भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने देशभर के पहले दौर के सीरो सर्वे के नतीजों का ऐलान कर दिया है. ये नतीजे हैरान करने वाले हैं. सर्वे के मुताबिक, मई महीने तक देश में करीब 64 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हो गए. पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर ये सर्वे कराया गया. मई तक 0.73% वयस्क यानी 64 लाख (64,68,388) लोगों के कोरोना वायरस के संपर्क में आने के अनुमान लगाए गए हैं. सर्वे से ये अनुमान लगाया गया कि आरटी-पीसीआर टेस्ट से कोरोना के हर एक मामले की पुष्टि के लिए भारत में 82-130 संक्रमण थे. सीरो सर्वे से ये भी पता चला है कि गांव के करीब 44 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं.
सीरो सर्वे बताता है कि जिन जिलों में एक भी कोरोना मामला सामने नहीं आए थे. उन जिलों में भी सीरो सर्वे में संक्रमण की बात सामने आयी है. सर्वे रिपोर्ट कहती है कि जिन जिलों में कोई केस नहीं थे या कम केस थे वहां पर मामले इसलिए भी कम सामने आ रहे होंगे क्योंकि टेस्टिंग कम थी. या फिर टेस्टिंग लैबोरेट्री तक पहुंच आसान नहीं थी. ऐसी जगहों पर जिन मामलों पर शक है उनकी सर्विलेंस मजबूत की जाए और टेस्टिंग बढ़ाई जाए.
इलाकों के हिसाब से पॉजिटिविटी ( सर्वे ज़्यादा ग्रामीण इलाकों में हुआ था):-ग्रामीण- 69.4%
शहरी स्लम- 15.9%
शहरी नॉन-स्लम- 14.6%
उम्र के हिसाब से पॉजिटिविटी (कुल सैंपल का 48.5% 18 से 45 वर्ष की उम्र के लोगों का था):-18-45- 43.3%
46-60- 39.5%
60 से ऊपर- 17.2%
कुल संक्रमित में से 18.7% ऐसे थे जिनका काम ऐसा था कि इस बात का ज़्यादा जोखिम था कि वो संभावित संक्रमितों के संपर्क में आएं होंगे. ज़्यादातर जिलों में संक्रमण कम था (मई की शुरुआत में) जिससे पता चलता है कि भारत इस महामारी के शुरुआती फेज में था और ज़्यादातर आबादी को संक्रमण का खतरा था.इसलिए जरूरी है कि कंटेनमेंट पर काम जारी रखा जाए. सर्वे में यह भी कहा गया है कि नेशनल और लोकल स्तर पर ऐसे और सर्वे कराए जाएं जिससे कि स्थिति का बेहतर आकलन हो सके और उसी हिसाब से जन स्वास्थ्य के लिए कंटेनमेंट स्ट्रेटजी बनाई जाएं.
सीरो सर्वे 11 मई से 4 जून के बीच कराया गया था. इस सर्वे में 18 साल से ऊपर के वयस्क लोगों का सैंपल लिया गया था. सर्वे का सैंपल साइज 28,000 था. जबकि देश के 21 राज्यों के 70 जिलों के 700 गांव/वार्ड में इस सर्वे को किया गया था. जिनमे से 181 यानी 25.9% शहरी इलाके थे.यह सर्वे 4 स्तर पर किया गया था जिलों को कोरोना मामलों के आधार पर 4 श्रेणी में बांटा गया था.
जीरो केस
कम केस
मध्यम केस
बहुत केस
ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ी चिंता
देश में कोविड-19 के मामले 40 लाख के आंकड़े को पार कर जाने के साथ इसके ग्रामीण क्षेत्रों में फैलने को लेकर भी चिंता बढ़ गई हैं, क्योंकि वहां चिकित्सा सुविधाओं के बुनियादी ढांचे का अभाव है. भारत की 1.3 अरब आबादी का 65 प्रतिशत हिस्सा गांवों में है और ‘हाऊ इंडिया लिव्स’ वेबसाइट के मुताबिक देश में 714 जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आये हैं, जिससे 94.76 प्रतिशत आबादी खतरे का सामना कर रही है.