5 साल से कम उम्र के बच्चों में बड़ी संख्या में कोरोनावायरस होने का खतरा, इनसे कम्युनिटी में ट्रांसमिशन होने की आशंका
अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प स्कूलों को दोबारा खोलने पर जोर दे रहे हैं लेकिन शोधकर्ताओं ने संक्रमण का खतरा जताया
अमेरिकी शोधकर्ताओं का दावा, 5 साल से कम उम्र के बच्चे संक्रमण की अहम वजह बन सकते हैं, शिकागो में ऐसे 46 बच्चों पर हुई रिसर्च
अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प स्कूलों को दोबारा खोलने पर जोर दे रहे हैं लेकिन शोधकर्ताओं ने संक्रमण का खतरा जताया है। अमेरिकी शोधकर्ताओं का कहना है कि 5 साल से कम उम्र के बच्चों में बड़ी संख्या में कोरोनावायरस मिल सकते हैं। ये संक्रमण की अहम वजह बन सकते हैं। यह दावा शिकागो में हुई रिसर्च में किया गया है।
5 साल से कम उम्र के 46 बच्चों पर हुई रिसर्च
शोधकर्ताओं के मुताबिक, 23 मार्च से 27 अप्रैल तक 145 मरीजों का स्वैब टैस्ट कराया। इनमें कोरोना के हल्के लक्षणों से लेकर सामान्य लक्षणों वाले मरीज शामिल थे। इन मरीजों को उम्र के मुताबिक समूहों में बांटा गया। पहला समूह 5 साल तक की उम्र वाले 46 बच्चों का बनाया गया। दूसरा समूह 5 से 17 साल उम्र वाले 51 बच्चों का बनाया गया। तीसरा समूह 18 से 65 साल के 48 बच्चों को बनाया गया।
कम उम्र के बच्चे कोरोना के वाहक बन सकते हैं
शोधकर्ता टेलर हील्ड सार्जेंट के मुताबिक, इन बच्चों की सांस नली में अधिक संख्या में कोरोनावायरस मिले। ये जितनी मात्रा में मिलेंगे संक्रमण का खतरा उतना ही बढ़ेगा। शोधकर्ता कहते हैं कि 5 साल से कम उम्र के बच्चे कोरोना के वाहक बन सकते हैं और इनसे आबादी के बीच संक्रमण फैल सकता है।
बड़े स्तर पर रिसर्च कराए जाने की जरूरत
शोधकर्ताओं के मुताबिक, बच्चों का व्यवहार और डे-केयर पैटर्न ऐसा है जो आबादी के बीच कोरोना के मामले बढ़ा सकता है। रिसर्च कम संख्या में बच्चों पर हुई है, इसे और बड़े स्तर पर कराए जाने की जरूरत है।