सऊदी अरामको को पीछे छोड़कर एपल बनी दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी, शुक्रवार को शेयर में रिकॉर्ड 10% का उछाल रहा
एपल की मार्केट वैल्यू 1.82 ट्रिलियन डॉलर हो गई है
सऊदी अरामको की मार्केट वैल्यू 1.76 ट्रिलियन डॉलर है
सऊदी अरब की अरामको को पीछे छोड़ते हुए टेक कंपनी एपल दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी बन गई है। एपल के शेयर में शुक्रवार को रिकॉर्ड 10% का उछाल रहा, जिससे पब्लिकली लिस्टेड कंपनियों की लिस्ट में ये सबसे ऊपर आ गई।
शुक्रवार को शेयर मार्केट खत्म होने पर एपल के शेयर में 10.47% या 40.28 डॉलर (लगभग 2250 रुपए) का उछाल रहा। इसके चलते कंपनी के एक शेयर की कीमत 425.04 डॉलर (लगभग 23,500 रुपए) हो गई।
13 मार्च के बाद एपल का सबसे बड़ा दिन
13 मार्च के बाद से एपल के लिए प्रतिशत के हिसाब से सबसे बड़ा दिन रहा। उसने सेशन के दौरान मार्केट कैपिटलाइजेशन में 172 बिलियन डॉलर (करीब 12.8 लाख करोड़ रुपए) जोड़े, जो कि ओरेकल कॉर्पोरेशन के पूरे स्टॉक मार्केट वैल्यू से भी ज्यादा है।
रिफाइनिटिव डेटा के अनुसार, सऊदी अरामको पिछले साल 1.760 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 131 लाख करोड़ रुपए) के साथ मोस्ट वैल्यूएबल पब्लिकली लिस्टेड कंपनी थी।
फाइलिंग के अनुसार, एपल ने जून तिमाही में 16 बिलियन डॉलर (लगभग 11 लाख करोड़) के शेयर वापस खरीद लिए, 17 जुलाई तक उसके 4,275,634,000 बकाया शेयर थे।
इस साल 45% तक की वृद्धि
शुक्रवार को शेयर में रिकॉर्ड उछाल के साथ एपल ने साल में करीब 45% तक वृद्धि की है। निवेशकों का मानना है कि एपल और दूसरी प्रमुख अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनियां छोटे प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में कोरोनावायरस महामारी से उबरेंगी।
अपनी क्वार्टरली रिपोर्ट में, एपल ने 31 अगस्त से स्टॉक स्प्लिट की घोषणा की है, जो 1 रेशो 4 के बेसिस पर होगा। 2014 के बाद यह एपल का पहला स्टॉक स्पिलिट होगा। रिफाइनिटिव के अनुसार, 20 से ज्यादा विश्लेषकों ने कंपनी की रिपोर्ट के बाद एपल के शेयर के लिए अपने टारगेट को बढ़ाया है। हालांकि, नया मीडिअन एनालिस्ट प्राइस टारगेट 409.63 डॉलर (लगभग 30,693 रुपए) है, जो शुक्रवार को बंद हुए मार्केट से 15 डॉलर (लगभग 1100 रुपए) ज्यादा है।