गुणकारी सौंफ
सौंफ में कई तरह के औषधीय गुण मौजूद होते हैं. इसका सेवन करने से स्वास्थ्य को काफी फायदा मिलता है. सौंफ को आप किसी भी उम्र में खा सकते हैं. सौंफ में कैल्शियम, आयरन और पोटेशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं. सौंफ का फल बीज के रूप में होता है और इसके बीज को प्रयोग किया जाता है।
सौंफ खाना स्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद है.
सौंफ खाने से पेट और कब्ज की शिकायत नहीं होती. सौंफ को मिश्री या चीनी के साथ पीसकर चूर्ण बना लीजिए, रात को सोते वक्त लगभग 5 ग्राम चूर्ण को हल्के से गुनगुने पानी के साथ सेवन कीजिए. पेट की समस्या नहीं होगी व गैस और कब्ज दूर होगा।
आंखों की रोशनी को सौंफ का सेवन करके बढ़ाया जा सकता है. सौंफ और मिश्री समान भाग लेकर पीस लें. इसकी एक चम्मच मात्रा सुबह शाम पानी के साथ 2 माह तक लीजिए. इससे से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
डायरिया होने पर सौंफ खाना चाहिए. सौंफ को बेल के गूदे के साथ सुबह-शाम चबाने से अजीर्ण समाप्त होता है और अतिसार में फायदा होता है।
खाने के बाद सौंफ का सेवन करने से खाना अच्छे से पचता है. सौंफ, जीरा और काला नमक मिलाकर चूर्ण बना लीजिए. खाने के बाद हल्के गुनगुने पानी के साथ इस चूर्ण को लीजिए. यह उत्तम पाचक चूर्ण है।
खांसी होने पर सौंफ बहुत फायदा करता है. सौंफ के 10 ग्राम अर्क को शहद में मिलाकर लीजिए, इससे खांसी आना बंद हो जाएगा।
यदि आपको पेट में दर्द होता है तो भुनी हुई सौंफ चबा लीजिए इससे आपको आराम मिलेगा. सौंफ की ठंडाई बनाकर पीजिए, इससे गर्मी शांत होगी और जी मिचलाना बंद हो जाएगा।
यदि आपको खट्टी डकार आ रही हो तो थोड़ी सी सौंफ पानी में उबालकर मिश्री डालकर पीजिए. दो से तीन बार प्रयोग करने से आराम मिल जाएगा।
हाथ पांव में जलन होने की शिकायत होने पर सौंफ के साथ बराबर मात्रा में धनिया कूट- छानकर, मिश्री मिलाकर खाना खाने के पश्चात 5 से 6 ग्राम मात्रा में लेने से कुछ ही दिनों में आराम हो जाता है।
अगर गले में खराश हो जाए तो सौंफ चबाना चाहिए. सौंफ चबाने से बैठा हुआ गला भी साफ हो जाता है।
रोजाना सुबह-शाम खाली सौंफ खाने से खून साफ होता है जो कि त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है, इससे त्वचा में चमक आती है।