भोपाल। डबल मर्डर केस मामले में बड़ा खुलासा, ASI की साली को था हत्या का अंदेशा, मर्डर से 6 दिन पहले एसपी को लिखा लेटर; बोली-मुझे जान का खतरा – देखें VIDEO

पत्नी और साली की हत्या के आरोपी को जेल भेज दिया गया है।

भोपाल में डबल मर्डर के आरोपी एएसआई योगेश मरावी के मंसूबे को उसकी साली मेघा उइके पहले ही भांप गई थी। उसे आशंका थी कि योगेश कुछ गलत कर सकता है। वारदात से 6 दिन पहले 27 नवंबर को मेघा ने अपनी ऑफिशियल मेल आईडी से बालाघाट और मंडला के एसपी को शिकायत भी भेजी थी। इनमें बताया था कि योगेश ने घर-ऑफिस आकर हमारे बारे में लोगों को गंदी बातें बोली हैं। उससे जान का खतरा है।

मेघा के मोबाइल में शिकायत की पीडीएफ कॉपी मिली है। यह बालाघाट आईजी के नाम है। इसमें मेघा के साइन के साथ 27 नवंबर 2024 की डेट तो है लेकिन पुलिस की सील नहीं है। इतना ही नहीं, मेघा उईके इसके पहले 21 नवंबर को भी जीजा योगेश मरावी के खिलाफ भोपाल के एमपी नगर थाने में शिकायत दर्ज करा चुकी थी।

मेघा खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग में वित्त लेखाधिकारी थी। 3 दिसंबर को सुबह करीब 11 बजे योगेश घरेलू काम करने आई मेड को धक्का देकर मेघा के फ्लैट में घुस गया। उसने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। फिर पत्नी विनीता और साली मेघा पर चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी।

पढ़िए, पुलिस के नाम मेघा का आखिरी लेटर… मैं मेघा उइके, सहायक संचालक, वित्त विभाग, वर्तमान पदस्थापना स्थल मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, 74 अरेरा हिल्स भोपाल में लेखाधिकारी के पद पर हूं।

मेरी बड़ी बहन विनीता मरावी और जीजा एएसआई योगेश मरावी के बीच कुछ समय से विवाद चल रहा है। एएसआई योगेश थाना मवई, जिला मंडला में पदस्थ है। 20 नवंबर 2024 को योगेश, दीदी और मुझे जान से मारने की धमकी देने मंडला से भोपाल आए।

मेरे फ्लैट सिमी अपार्टमेंट (प्रभात चौराहा, सुभाष नगर, भोपाल) पर रात 8 बजे से रात 12 बजे तक हंगामा किया। आसपास के लोगों के सामने मेरे बारे में अपमानजनक और अशोभनीय बातें कीं।

21 नवंबर 2024 की सुबह 8 बजे योगेश मेरे कार्यालय मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, 74 अरेरा हिल्स भोपाल आए। 10.30 बजे जब इन्होंने देखा कि कर्मचारी कार्यालय आ चुके हैं तो ये भी अंदर आ गए। कार्यालय के कर्मचारी मनोज बाथम के सामने मेरे बारे में अभद्र बातें करने लगे। बाथम ने उनसे कहा- आप अपने पारिवारिक विवाद की बातें कार्यालय में नहीं करिए।

योगेश, बॉथम को ऑफिस के मेन गेट पर ले आए। यहां बाथम और दिनेश कुशवाहा के सामने 45 मिनट तक मेरे बारे में गलत बातें की। परेशान होकर मैंने डायल 100 पर कॉल किया। पुलिस टीम इन्हें (योगेश) एमपी नगर थाने ले गई। इस घटना की शिकायत मैंने एमपी नगर थाने में दर्ज कराई।

मेरे माता-पिता जयपाल सिंह उइके और देविका उइके, वरिष्ठ नागरिक हैं। बीमार रहते हैं। वे पैतृक गांव ग्राम मोहबट्टा, तहसील बैहर, जिला बालाघाट में रहते हैं। मेरी पदस्थापना 2020 से भोपाल में है, जो मेरे गृहनगर से 450 किमी दूर है। ऐसी स्थिति में योगेश मरावी और उनकी बहन मालती उइके मेरे परिजन के घर जाकर और फोन लगाकर उन्हें धमका व अपमानित कर रहे हैं।

अतः निवेदन है कि योगेश मरावी के विरुद्ध कानूनी/विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। मेरे और परिवार के साथ कुछ भी अनहोनी होती है, तो इसके लिए योगेश मरावी जिम्मेदार होंगे। (जैसा मेघा ने पुलिस को शिकायत में बताया)

आईजी बोले- मुझे शिकायत की जानकारी नहीं बालाघाट आईजी संजय कुमार सिंह ने बताया-

मेघा की किसी भी शिकायत के संबंध में मुझे जानकारी नहीं है। पिछले कुछ दिनों में मेरे संज्ञान में ऐसी कोई शिकायत नहीं आई।

मेघा के दोस्त ने बताया- विनीता पर शक करता था योगेश मेघा के दोस्त कुनाल गिरी ने दैनिक भास्कर से ऑफ कैमरा बात की। उन्होंने बताया, ‘मेघा अक्सर बताया करती थी कि जीजा घर आकर तमाशा करता है। दीदी के कैरेक्टर पर शक करता है। तंग आकर दीदी तलाक लेना चाहती थी। जीजा बालाघाट वाले घर पहुंचकर दीदी को परेशान करता था।

मेघा ने बताया था कि इसी साल दिवाली पर जीजा रिवॉल्वर लेकर बालाघाट वाले घर पर आ गया था। हत्या की धमकी दी थी। इस वजह से मेघा दीदी को अपने साथ भोपाल ले आई थी। उसे उम्मीद थी कि इससे दीदी का दिमाग डायवर्ट होगा। भोपाल में प्रोटेक्शन भी रहेगा। मेघा ने यह भी बताया था कि दीदी ने जीजा के सीनियर्स से भी कई बार शिकायत की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।’

कुनाल के मुताबिक, ‘डेट मुझे याद नहीं लेकिन राखी के बाद की घटना है। रात 12.30 बजे दीदी ने मुझे कॉल कर मदद के लिए बुलाया था। जीजा उनके फ्लैट पर आ गया था। गेट नहीं खोलने पर हंगामा किया था। अगली सुबह दोबारा वह आया और हंगामा किया लेकिन दीदी उससे नहीं मिलीं। तब हत्या की धमकी देकर चला गया था।’

पुलिस से आरोपी बोला- पत्नी को छोड़ना नहीं चाहता था आरोपी योगेश ने पुलिस को बताया कि वह पत्नी विनीता को छोड़ना नहीं चाहता था। उसके साथ रहना चाहता था। इसके लिए हरसंभव कोशिश कर चुका था। वह साथ रहने को राजी नहीं थी। विनीता ने ही तलाक के पेपर तैयार कराए, उसे नोटिस भेजा। यह सब वह साली मेघा के कहने पर कर रही थी।

मैं विनीता से बेहद प्यार करता था। उसकी हर गलती को माफ किया। मेघा लगातार उसका ब्रेनवॉश करती थी। फोन पर बात भी नहीं करने देती थी। हमारे रिश्ते के बीच आकर उसने सबकुछ बेहद खराब कर दिया था।

विनीता चार साल पहले बिना बताए एक अन्य व्यक्ति के साथ चली गई थी। इसके बाद भी उसे साथ रखने के लिए राजी था लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थी। हत्या के सिवा कोई और रास्ता नहीं सूझा। उसकी भी हत्या करना चाहता था, जिसके संपर्क में विनीता थी। इसके बाद खुदकुशी कर लेता।

पुलिस आरोपी के बयानों की तस्दीक कर रही है। फिलहाल, पुलिस का मानना है कि आरोपी अपने बचाव के लिए इस तरह की बात कह रहा है।

आरोपी का नोट- 17 साल की शादी और 8 दिन भी साथ नहीं रहे योगेश के पास से बरामद नोट में उसने अपने पिता को संबोधित करते हुए लिखा-

मैं विनीता के साथ खुशहाली से रहना चाहता था। उस पर अलग होने का भूत सवार है। 17 साल की शादी में 8 दिन भी हम साथ नहीं रह सके। मेघा के बहकावे में आकर वह सब कुछ गलत कर रही है। मैं इसी कारण दोनों बहनों की हत्या कर रहा हूं।

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