रीवा जिले की सेमरिया विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक अभय मिश्रा के खिलाफ भोपाल की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक ने 64 लाख रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक विमलेश मिश्रा का कहना है कि अभय मिश्रा ने उन्हें 2019 में एक प्लॉट बेचा था। प्लॉट बेचने एवज में अभय मिश्रा ने पैसे पूरे ले लिए, लेकिन रजिस्ट्री नहीं करवाई।
इस मामले में विधायक अभय मिश्रा का कहना है कि विमलेश मिश्रा के पास कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है कि उन्होंने उसे जमीन बेची। हालांकि, विमलेश का दावा है कि उनके पास इस डील के वीडियो फुटेज हैं।
इस जमीन को लेकर विमलेश और अभय मिश्रा के बीच विवाद है।
2019 में विमलेश ने अभय मिश्रा से प्लॉट खरीदने का दावा किया
भोपाल की मिश्रा कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक विमलेश ने बताया- मैंने साल 2019 में अभय मिश्रा से उनका एक प्लॉट खरीदने की बात की। 11 हजार वर्गफीट के इस प्लॉट का खसरा नंबर 50/03 है। मैंने उनसे जमीन खरीदने और पैसे देने से पहले एग्रीमेंट करने के लिए कहा। उन्होंने कहा, एग्रीमेंट के बजाय सीधे रजिस्ट्री करवा लो। मैंने उन्हें 64 लाख रुपए दिए और रजिस्ट्री के लिए स्लॉट बुक करवा लिया। स्लॉट बुक होने के बाद हम पेपर लेकर रजिस्ट्री कराने पहुंचे। मेरे साथ अभय मिश्रा के लोग भी थे।
विमलेश ने आगे बताया कि रजिस्ट्री के समय पेपर देखने पर पता चला कि अब ये प्रॉपर्टी उदित इन्फ्रा प्राइवेट लिमिटेड के नाम है। उदित मिश्रा अभय के बेटे हैं। वकील ने सलाह दी कि पहले प्रॉपर्टी को अभय मिश्रा से उदित इन्फ्रा में कन्वर्ट कराना पड़ेगा। अभय मिश्रा ने कहा कि ये सब काम वे दो महीने में करवा देंगे। हमने 2 महीने तक इंतजार किया। इसके बाद कोरोना के कारण लॉकडाउन लग गया और रजिस्ट्री का मामला और टल गया। इसी बीच मैंने जमीन का कब्जा भी ले लिया।
विमलेश का आरोप- नंबर ब्लॉक कर दिया, घर जाता तो मिलते नहीं थे
विमलेश ने कहा कि कोविड के बाद जब सब कुछ नॉर्मल हुआ तो मैंने उन्हें कॉल कर रजिस्ट्री कराने के लिए कहा। वो कॉल पर लगातार मुझे टालने की कोशिश करने लगे। कुछ दिनों बाद उन्होंने मेरा नंब ही ब्लॉक कर दिया। मैं उनके घर जाता था तो वो कभी मिलने का समय नहीं देते थे। उनका स्टाफ मुझे उनके घर पर ना होने की बात कहकर वापस भेज देता था। इसके बाद मुझे पता चला कि अभय मिश्रा ने प्रॉपर्टी राजकुमार सैनी को 1 करोड़ 8 लाख की कीमत पर बेच दी है।
इस प्रॉपर्टी पर भूमि स्वामी के रूप में विमलेश मिश्रा का नाम लिखा है।
विमलेश का दावा- चुनाव से पहले मिला तो पैसे लेने की बात कबूल की
विमलेश ने चुनाव से पहले भी अभय मिश्रा से मुलाकात की थी। विमलेश ने बताया कि जब मैं अभय मिश्रा के घर पहुंचा तो उन्हें बताकर नहीं गया था। जब मैंने एक बार एग्रीमेंट पर साइन करने के लिए कहा तो अभय मिश्रा ने कहा कि चुनाव के लिए बैंक में प्रॉपर्टी गिरवी रखी है। पहले प्रॉपर्टी वापस लूंगा फिर दस्तखत करूंगा। 15 दिन और वेट करो। विमलेश ने इस मुलाकात का वीडियो भी बनाया है। उनका दावा है कि इस वीडियो में अभय मिश्रा पैसे देने की बात कबूल कर रहे हैं।
विमलेश मिश्रा ने अभय मिश्रा से मुलाकात का वीडियो बनाया। दावा है कि इसमें उन्होंने पैसा लेना कबूल किया है।
विमलेश का आरोप- अभय मिश्रा के गुंडे जान से मारने की धमकी दे रहे
विमलेश के मुताबिक उन्होंने पैसे देने के 6-7 महीने बाद ही जमीन का कब्जा ले लिया था। वहां बाउंड्री, गेट और दो कमरे बना लिए हैं। यहां लेबर और चौकीदार रहते हैं। कंस्ट्रक्शन का सामान रखा हुआ है। अभय मिश्रा विधायक का चुनाव जीत गए हैं। अब वे अपने पावर का इस्तेमाल कर रहे हैं। उनके गुंडे रोजाना आते हैं और जगह खाली करने के लिए दबाव बनाते हैं।
विमलेश के मुताबिक कुछ दिनों पहले उनके गुंडे पहुंचे थे। उन्होंने डरा-धमकाकर मजदूरों को बाहर निकाल दिया। सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए। इसके बाद विमलेश मिश्रा ने मजदूरों के साथ 22 दिसंबर को कांग्रेस कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया था।
अभय मिश्रा के खिलाफ विमलेश कांग्रेस कार्यालय के सामने प्रदर्शन भी कर चुके हैं।
विमलेश का आरोप- पुलिस दबाव के चलते एफआईआर दर्ज नहीं कर रही
विमलेश ने इस मामले में पुलिस पर भी सहयोग ना करने का आरोप लगाया है। उनके मुताबिक इस मामले की शिकायत उन्होंने रातीबड़ थाने में की थी, लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। इसके अलावा पुलिस कमिश्नर को आवेदन देने के साथ सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत की थी। अभय मिश्रा के खिलाफ कोर्ट में भी आवेदन दिया है। विमलेश का दावा है कि उनके पास पैसे ट्रांसफर करने से लेकर बातचीत के सभी सबूत हैं। इसके बाद भी पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है।
वो पावरफुल आदमी हैं पैसे वाले हैं। कुछ भी कर सकते हैं लेकिन उनकी तमाम धमकियों के बाद भी पीछे नहीं हटूंगा। अपनी जमीन या पैसा वापस लेकर रहूंगा।
-विमलेश मिश्रा, फरियादी
अभय मिश्रा बोले- सिरफिरा टाइप का आदमी है, उसके पाछ कुछ नहीं
इस मामले में सिमरिया विधायक अभय मिश्रा से बात की। अभय मिश्रा ने विमलेश को रीवा से विधायक और डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल का रिश्तेदार बताया। अभय मिश्रा ने ये भी कहा कि जब वो बीजेपी में थे उस वक्त भी विमलेश को उकसा कर भाजपा कार्यालय भेजा गया था।
अभय मिश्रा बोले- वह सिरफिरा टाइप का आदमी है। उसके पास कुछ नहीं है बस मामले को तूल देने में जुटा है। इसके बाद उनसे वीडियो से जुड़ा सवाल पूछा जिसमें वे विमलेश के साथ नजर आ रहे हैं। वीडियो में विमलेश उससे एग्रीमेंट पर साइन करने के लिए कह रहा है। अभय मिश्रा से ये भी पूछा कि क्या उनकी वॉट्सएप कॉल पर विमलेश से बात हुई थी। इतना सुनते ही अभय मिश्रा ने मीटिंग का हवाला देते हुए फोन काट दिया।
उसके पास कुछ भी नहीं है। बस वह बेवजह मामले को तूल देने में जुटा है। चुनाव के टाइम पर विरोधी इस तरह के हथकंडे अपनाते हैं।
– अभय मिश्रा विधायक, सेमरिया
दल बदलने को लेकर चर्चा में रहे हैं विधायक अभय मिश्रा
अभय मिश्रा ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी के साथ की थी। साल 2008 में वो भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर पहली बार रीवा जिले की सेमरिया विधानसभा से विधायक बने। इसके बाद 2013 में भाजपा की टिकट पर ही इसी सीट से उनकी पत्नी नीलम मिश्रा विधायक बनीं।
साल 2018 में अभय मिश्रा ने कांग्रेस जॉइन कर ली। उन्होंने रीवा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा। वे राजेंद्र शुक्ल से 18 हजार वोट से चुनाव हार गए। अगस्त 2023 में अभय मिश्रा ने एक बार फिर चुनाव से पहले दल बदल किया और फिर भाजपा जॉइन कर ली। अक्टूबर में कांग्रेस के टिकट के ऐलान से ठीक पहले अभय मिश्रा ने फिर भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया। कांग्रेस ने उन्हें पुरानी सीट सेमरिया से मैदान में उतारा। यहां से वे 637 वोट से चुनाव जीत गए।