चीन में नया प्रयोग,कीडो से बनाई जा रही है कोरोना की वैक्सीन

दुनियाभर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच इसकी वैक्सीन को लेकर भी कई देशों से अच्छी खबरें सामने आ रही हैं। पहली वैक्सीन बनाने के रूस के दावे के अलावा भारत, ब्रिटेन, जर्मनी, अमेरिका आदि देश भी वैक्सीन बनाने के काफी करीब हैं।इस बीच चीन ने एक अलग किस्म की संभावित वैक्सीन बनाने का दावा किया है। दावे के मुताबिक, यह कीड़ों की मदद से बनाई जा रही है, जिसका इंसानों पर ट्रायल की मंजूरी मिल चुकी है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, वैक्सीन के बारे में ये जानकारी चंगडू शहर के स्थानीय प्रशासन ने दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना की इस वैक्सीन को लेकर चंगडू के शहरी प्रशासन ने सोशल मीडिया वी-चैट पर एक नोटिस साझा किया। इस नोटिस के मुताबिक, इस वैक्सीन के लिए कीड़ों की कोशिकाओं का इस्तेमाल कर प्रोटीन बनाया गया है। इसे चंगडू की सिचुआन यूनिवर्सिटी के वेस्ट चीन अस्पताल में तैयार किया गया है। चंगडू प्रशासन की नोटिस के मुताबिक, इस वैक्सीन को नेशनल मेडिकल प्रोडक्ट्स एडमिनिस्ट्रेशन से क्लीनिकल ट्रायल (ह्यूमन ट्रायल या मानव परीक्षण) के लिए मंजूरी मिल गई है। यह चीन की पहली ऐसी वैक्सीन है, जिसे कीड़ों की मदद से बनाई जा रही है।
नोटिस में वैक्सीन के बंदरों पर किए गए शुरुआती परीक्षण के बारे में भी बताया गया है। उसमें लिखा है कि वैक्सीन के बंदरों पर किए गए परीक्षण के दौरान देखा गया कि बिना किसी स्पष्ट दुष्प्रभाव (साइड-इफेक्ट्स) के इससे कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में वैज्ञानिक कोरोना की कम से कम आठ संभावित वैक्सीन पर काम कर रहे हैं, जिनका अलग-अलग स्तर का क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है। यहां की कैन्सिनो बायोलॉजिक्स इंक नामक कंपनी भी वैक्सीन बना रही है, जिसे Ad5-nCoV नाम  दिया गया है। इस वैक्सीन को पेटेंट भी मिल गया है। वैज्ञानिकों ने उम्मीद जताई है कि इस साल के अंत तक यह वैक्सीन बाजार में आ सकती है।
चीन की एक निजी फार्मा कंपनी सिनोवैक बॉयोटेक भी कोरोना वैक्सीन बना रही है। उनकी वैक्सीन ट्रायल के तीसरे यानी अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। इसे कोरोनावैक (CoronaVac) नाम दिया गया है। फिलहाल ब्राजील में इसका नौ हजार लोगों पर ट्रायल चल रहा है। चीन की ही एक अन्य फार्मा कंपनी सिनोफार्म ने हाल ही में घोषणा की थी कि इस साल के अंत तक वो कोरोना की वैक्सीन बना लेगी। कंपनी के चेयरमैन लिउ जिंगझेन के मुताबिक, फिलहाल वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में चल रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लिउ जिंगझेन ने खुद इस वैक्सीन के दो डोज लिए हैं और उनमें इसका कोई भी साइड-इफेक्ट नजर नहीं आया है। बताया जा रहा है कि इस वैक्सीन की दो डोज की कीमत 1000 युआन यानी करीब 10 हजार रुपये से ऊपर होगी।

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