विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना महामारी को रोकने के लिए ठोस उपाय नहीं किए जाते हैं तो वैक्सीन के व्यापक प्रयोग से पहले 20 लाख से अधिक लोगों की मौत हो सकती है। डब्ल्यूएचओ (World Health Organization, WHO) के आपातकालीन स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रमुख माइक रेयान ने कहा कि जब तक हम प्रयास करेंगे 20 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी होगी। कोरोना वायरस से सामने आने के नौ महीनों में ही करीब 10 लाख लोगों की मौत हो गई है।
WHO की ओर से यह चेतावनी ऐसे समय आई है कि जब दुनिया में कोरोना से मौत का आंकड़ा 10 लाख के स्तर पर पहुंचने वाला है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि यदि महामारी से निपटने के लिए विभिन्न देश और लोग एक साथ नहीं आए तो, 10 लाख और मौतों की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है.
WHO के आपातकालीन कार्यक्रम के निदेशक माइकल रेयान ने एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में कहा, “दस लाख का आंकड़ा डराने वाला है और अगले दस लाख पर विचार शुरू करने से पहले हमें इस पर विचार करने की जरूरत है.” उन्होंने कहा, “क्या हम कोरोना से होने वाली मौतों को रोकने के लिए सामूहिक रूप से कदम उठाने के लिए तैयार हैं? अगर हमने कदम नहीं उठाए तो… हां, हम दुर्भाग्य से कही अधिक संख्या देख सकते हैं.”
समाचार एजेंसी एएफपी की ओर से आधिकारिक सूत्रों से संकलित आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल दिसंबर में चीन में महामारी फैलने के बाद से अब तक कम से कम 9,84,068 लोगों की COVID-19 की वजह से मौत हुई. दुनियाभर में करीब 3.2 करोड़ मामले दर्ज किए गए हैं.
रेयान ने कोरोना की संभावित वैक्सीन के वित्तपोषण, उत्पादन और वितरण में चुनौतियों की ओर से इशारा किया है. उन्होंने कहा, “नौ महीने में दस लाख लोगों की मौत हो चुकी है और यदि हम सोचे कि अगले 9 महीने में वैक्सीन आ जाएगी, तो यह सबके लिए बड़ा टास्क होगा.”