क्राइम समाचार

*प्रेस नोट*

दिनांक 30 जुलाई 2020

*क्राइम ब्रान्च इंदौर*

■ *जॉब सर्च करने के दौरान, पीड़ितों के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले 29 आरोपियों के विरुद्ध क्राइम ब्रांच इंदौर ने किया अपराध पंजीबद्ध।*

■ *Shine.com, Naukri.com जैसे वेबसाइट पर जॉब तलाशने के दौरान विभिन्न प्रलोभन देकर ठगे 43 लाख रुपये।*

■ *स्वयं को अधिकारी कर्मचारी अथवा कंसल्टेंसी कम्पनी का कर्मी बताते हुए पहले प्राप्त करते resume और दस्तावेज, बाद विभिन्न शुल्कों के नाम पर पैसे जमा कराकर लगाते लोगों को चूना।*

■ *दिल्ली, उ0प्र0, बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, उड़ीसा, व म0प्र0 आदि जगहों के रहने वाले हैं आरोपीगणों।*

■ *भादवि तथा आई0टी0 एक्ट की धाराओं के तहत किया अपराध पंजीबद्व।*

पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री हरिनारायणाचारी मिश्र (षहर) इंदौर द्वारा नौकरी लगवाने के नाम पर प्रलोभन देकर लोगों के साथ अवैध लाभ अर्जित करते हुये आर्थिक ठगी करने वाले अपराधियों की पहचान कर उनकी धरपकड़ करने हेतु इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया। उक्त निर्देषों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक इंदौर श्री सूरज वर्मा के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री राजेश दण्डोतिया द्वारा ऑनलाईन ठगी की षिकायतों की जांच हेतु विषेष टामों का गठन किया गया है जिसमें रोजाना विभिन्न माध्यमों से शिकायतें प्राप्त होती हैं। इस प्रकार प्राप्त शिकायतों का प्रभावी पर्यवेक्षण कर अपुअ अपराध द्वारा क्राईम ब्रांच थाने में ठगी करने वाले आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण कायम कराया गया है जिसका विवरण निम्नानुसार है।

प्रायः यह देखने मे आ रहा है कि ठगी करने वाले लोगों द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रयोजन कर, लुभावने प्रलोभन देकर षड्यंत्रपूर्वक लोगों के साथ ऑनलाइन ठगी की जा रही है जिसमें रोजाना अनेकों शिकायतें क्राइम ब्रान्च इंदौर में फ्रॉड से सम्बंधित प्राप्त होती है। इसी अनुक्रम में ऑनलाइन जॉब सर्च करते समय Naukri.com , shine.com जैसी विभिन्न वेबसाइट के माध्यम से अथवा फोन कॉल, मैसेज और विज्ञापनों के माध्यम से लोगों को जॉब उपलब्ध कराने के नाम पर कुछ अंतर्राज्यीय सक्रिय गिरोहों द्वारा ठगी का शिकार बनाया जाता है।

आवेदकगणों 01. तपन कुमार, 02. रंजू राठौर 03- धर्मेन्द्र लोखंडे, 04- मोनिका खिलरानी, 05- आरती राव, 06- सुमित रायपुरीया 07- दीपक पवार, 08- रजनीश कुमार, 09-ललन शर्मा के साथ जॉब के नाम पर ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर उनके द्वारा शिकायतें दर्ज कराई गईं थीं, जिसमें प्राप्त शिकायतों की जाँच क्राइम ब्रांच में पदस्थ अधिकारियों द्वारा की गईं, जाँच के दौरान पाया गया कि विभिन्न मोबाईल सिम धारक, खाता धारक, ऑनलाइन ट्रांसेक्शन के मोबाइल वैलेट धारक/उपयोगकर्ताओं द्वारा जॉब दिलवाने का झांसा देते हुये स्वयं को नौकरी डॉट कॉम, शाईन डॉट कॉम आदि नौकरी प्रदाता कंपनी का कर्मचारी/प्रतिनिधि बताते हुए आवेदको को विभिन्न नियमो का हवाला देकर पहले रिज्यूम ऑनलाईन माध्यम से प्राप्त किये गये बाद आवेदकगणों से सम्पर्क कर जॉब दिलाने का विश्वास दिलाकर आवेदक से विभिन्न प्रकार के शुल्क जैसे रजिस्ट्रेशन, ऑनलाईन इंटरव्यू, फाइल चार्ज, accommodation charges आदि के नाम पर विभिन्न बैक खातो एवं ईं-वॉलेटो में राशि जमा करवाकर आवेदकों के साथ 43 लाख रूपये से अधिक राशि की ठगी कारित की गई है।

धोखाधड़ीपूर्वक विभिन्न खातो में जिन व्यक्तियों द्वारा अवैध लाभ अर्जित करते हुए आवेदकों के साथ सदोष आर्थिक ठगी की है ऐसे 29 आरोपियों, के विरुद्ध क्राइम ब्रान्च इंदौर थाने में अपराध क्रमांक 08/20 धारा 419, 420, 120-बी भादवी 43, 66 आई टी एक्ट के तहत पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया है।

आरोपीगण, मानसकुंज नई दिल्ली, आगापुर उ0प्र0, बुलंदषहर उ0प्र0, अमेठी उ0प्र0, नोएडा उ0प्र0, बहलोलपुर उ0प्र0, ठाकराबांका मेंदनीपुर बंगाल, मलकागंल दिल्ली, धावोली सूरत गुजरात, थाणें महाराष्ट्र, बेगुसराय बिहार, महता पाला उड़ीसा, मुरादाबाद उ0प्र0, नयागांव बानमोर मुरैना,मैनपुरी उ0प्र0 आदि जगहों के रहने वाले हैं जिनके विरूद्ध तकनीकी साक्ष्यों एवं जांच में आये तथ्यों के आधार पर प्रकरण दर्ज किये गये हैं जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।

*आरोपियों द्वारा ठगी कारित करने का तरीका वारदात : -*

■ *समाचार पत्रों, इंटरनेट, बेबसाईटस पर नौकरी हेतु विज्ञप्ति प्रकाशित करते हैं।*

■ *नौकरी के लिये संपर्क अथवा बेबसाईटस विजिट करने वाले आवेदकों से सामान्य जानकारी का प्रोफार्मा भरवाते हैं।*

■ *मोबाईल नम्बर प्राप्त कर उन्हें लुभावने प्रलोभन देकर नौकरी प्रदाय करने का झांसा देते हैं।*

■ *आरोपीगण स्वयं को नौकरी प्रदाता कंपनी का प्रतिनिधि, कर्मचारी आदि बताकर लोगों को भरोसे में लेते हैं।*

■ *ऑनलाईन रिज्यूम तथा दस्तावेज प्राप्त करते हैं।*

■ *नौकरी में चयनित होने का झूठा वादा कर उनसे तमाम शुल्कों के नाम पर पैसों की मांग करते हैं।*

■ *ऑनलाईन पैसे ट्रांसफर करवाकर, लोगों से धोखाधड़ी करते है।*

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