झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (जेएससीए) का पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) के ऊपर 1,800 रुपये की सदस्यता शुल्क बाकी है और यह राशि किसी बड़े विवाद को जन्म दे सकता है। हालांकि कुछ स्कूली छात्रों और दिग्गज धोनी के प्रशंसकों ने पैसा इकट्ठा करने के बाद उसे ड्राफ्ट बनाकर जेएससीए को सौंपने की कोशिश की। हालांकि, जब पूर्व क्रिकेटर और कार्यकर्ता शेष नाथ पाठक के नेतृत्व में लोगों के एक समूह ने शनिवार को जमशेदपुर में जेएससीए के पंजीकृत कार्यालय में ड्राफ्ट जमाने कराने की कोशिश की तो इसे स्वीकार नहीं किया गया।
पाठक ने एक निजी वेबसाइट से बातचीत मे कहा कि झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन ने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया. शायद ऐसा किसी के इशारे पर किया गया है. हमें इस डाक से भेजने की सलाद दी गई. पाठक जेएससीए में होने वाली गड़बड़ियों के विरोध विरोध प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं.
जेएससीए ने पिछले साल जुलाई में जो अपनी सालाना रिपोर्ट दाखिल की थी, उसके अनुसार एमएस धोनी के नाम पर 1800 रुपये की देनदारी है. इस रकम को लेकर किसी कारण का जिक्र नहीं किया गया. इस पर जेएससीए के सचिव संजय सहाय ने कहा कि यह देनदारी लंबित है. सालाना सदस्यता शुल्क 10,000 जबकि जीएसटी 1800 रुपये है, जिसका भुगतान धोनी के द्वारा किया जाना है.
झारखंड में चल रही चर्चा के अनुसार जेएससीए का प्रतिनिधि उनके घर 10,000 का चेक लेने गया था. हालांकि, जीएसटी को मिलाकर यह रकम 11800 रुपये बैठती है और उनके समर्थकों का कहना है कि प्रतिनिधि को यह विवाद टालने के लिए 11,800 रुपये मांगने चाहिए थे. इस पर सहाय ने कहा कि उनके प्रतिनिधि को इस बारे में जानकारी नहीं थी. बहरहाल, इस देय राशि के बारे में धोनी को सूचित कर दिया गया है.