?. प्रदेश टुडे अपडेट… ?
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बदनावार पुलिस थाने का शानदार स्वरूप
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आज मुझे अपने निजी प्रवास के दौरान मालवाचंल के सबसे बेहतरीन सर्वसुविधा युक्त पुलिस थाने धार ज़िले के बदनावर पुलिस थाने को अनायास ही देखने का मौक़ा मिला.. तो आँखे चुंधिया गई.. जन सहयोग एवं स्थानीय लोगों की मदद से तैयार किए गए इस थाने की सुविधा मप्र के हर किसी सर्व संपन्न शहर के पुलिस थाने को मात देती नज़र आती है, आज जब बिना किसी सुचना के कुछ समय के लिए मैं वहॉं अपने मित्र थाना प्रभारी सीबी सिंह से मुलाक़ात के लिए पहुँचा और थोड़ा समय गुज़ारा तो भरोसा नहीं हो पा रहा था कि एक पिछड़े आदिवासी इलाक़े में पदस्थ कोई पुलिस वाला इतने जज़्बें के साथ मानव अधिकारों को सुरक्षित रखने की परिकल्पना के साथ पुलिस थाने में आने वाले आगंतुकों के लिए आकर्षक एवं बेहतर व्यवस्था की सोच रख सकता है और वो भी यह जानते हुए कि उसे कभी-किसी भी पल वहॉं से रवानगी देनी पड़ सकती है.. लेकिन इन सब मनोभाव या .. युं कहे..आशंका से दुर थाना प्रभारी सीबी सिंह ने अपने महज़ छब्बीस महीने के कार्यकाल में इस मानवीय परिकल्पना को धरातल पर ला दिखाया है.. अगर भरोसा नहीं है तो .. ज़रूर धार ज़िले के प्रवास के दौरान एकबार बदनावर थाने की संरचना को ज़रूर देखें… तो पुलिसिंग के फ़र्क़ को महसूस करेंगे.. साधुवाद.. बधाई.. अभिनंदन..?? ..मालवाचंल के बदनावर स्थित इस एकमात्र थाने के आज भ्रमण के बाद.. महात्मा गांधी के बोले गए .. दीवारों पर अंकित रहने वाले वाक्य आज पुलिस थाने में सच्चाई नज़र आए.. गॉंधी जी ने कहा था कि समाज में अपराधी नहीं.. अपराध से घृणा कीजिए, बदनावर के पुलिस थाने की बनावट-व्यवस्था और कार्य-प्रणाली देखकर, कुछ समय ऐसा ही मानवअधिकारों का संरक्षण महसूस हुआ… सैल्युट… ??