कोरोना वायरस महामारी की वजह से भी कई लोगों को वर्कआउट करने का अच्छा समय मिल गया। हालांकि, एक्सपर्ट्स यह चेतावनी देने की कोशिश कर रहे हैं कि वर्कआउट से कोविड-19 के जोखिम को भले ही काफी हद तक दूर रखा जा सका है, लेकिन, कुछ ऐसे भी व्यायाम हैं, जिनसे दूरी बनाए रखना इस वक्त ज़्यादा बेहतर है। ऐसा इसलिए क्योंकि वे संक्रमण के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
इस तरह का वर्कआउट न करें
अमेरिकन कॉलेज ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन के डॉक्टर्स द्वारा की गई रिसर्च के मुताबिक, हाई-इंटेन्सिटी की एक्सर्साइज़ असल में कोरोना संक्रमण के जोखिम को बढ़ाती है। इसलिए महामारी के वक्त इनसे दूर रहना ही अच्छा है।
स्पोर्ट्स मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट से पता चलता है कि कुछ उच्च तीव्रता वाले व्यायाम इम्यून सिस्टम को ज़्यादा थकाने के साथ कमज़ोर भी कर सकते हैं, जिससे एक इंसान का कोरोना से संक्रमित होने का जोखिम बढ़ जाता है।
अध्ययन में यह भी उल्लेख किया गया है कि उच्च तीव्रता वाले वर्कआउट न केवल प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकते हैं, बल्कि शरीर को सामान्य से अधिक तनाव में ला सकते हैं, सांस की तकलीफ पैदा कर सकते हैं, कोविड-19 से जटिलताओं के साथ-साथ मृत्यु दर में भी वृद्धि कर सकते है।
किस तरह की एक्सर्साइज़ करें?
हाई-इंटेन्सिटी एक्सर्साइज़ इस वक्त सही नहीं होगी, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप महामारी के दौरान वर्कआउट ही करना छोड़ दें। आप घर पर आसान एक्सर्साइज़ कर सकते हैं। स्ट्रेचिंग, वॉक, पुशअप्स, स्क्वाट्स जैसी वर्कआउट बेहतर हैं।
क्या इस वक्त जिम जाना सुरिक्षित है?
लॉकडाउन धीरे-धीरे खुल रहा है। ऐसे में कई जिम और फिटनेस सेंटर भी खुल रहे हैं। लोग भी वर्कआउट करने की तैयारी में लगे हैं। जिम जाना इस वक्त पूरी तरह से सुरक्षित तो नहीं है, लेकिन अगर आपको जाना ही है, तो कई तरह के सावधानियां लेनी भी ज़रूरी हैं।
-मास्क या फेस शील्ड पहनें।
– अपनी योगा मैट या एक्सर्साइज़ का सामान किसी को न दें।
– ध्यान रखें कि आपका जिम और आसपास की जगह अच्छी तरह सैनिटाइज़्ड है या नहीं।
– हाथ धोएं और एक्सर्साइज़ से पहले और बाद में सैनिटाइज़ ज़रूर करें।
– ऐसी जगह वर्कआउट करें, जहां ज़्यादा लोग न हों।
– शारीरिक दूरी बनाएं रखें।