इंदौर। एमवाय अस्पताल से मरीजों को प्राइवेट अस्पताल भेजने मामले में कार्रवाई: केजुअल्टी प्रभारी बदले, दो डॉक्टर सस्पेंड, जांच समिति गठित

मध्यप्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में कमीशन लेकर मरीजों को प्राइवेट अस्पताल भेजने  का  मामला सामने आने के बाद इंदौर में एमवाय हॉस्पिटल के दो डॉक्टरों को एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन ने सस्पेंड कर दिया है। उन्हें बाणगंगा मानसिक चिकित्सालय भेजा गया है।

साथ ही इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी करने वाली दो नर्सों को भी हटाकर दूसरे विभाग में भेज दिया है। 108 एम्बुलेंस चालक मनीष जैन को टर्मिनेट करने के साथ 108 एम्बुलेंस के जिला अधिकारी को भी सस्पेंड किया गया है।

दरअसल,  एमवाय अस्पताल के डॉक्टर पुरुषोत्तम दांगी और डॉ. विश्वामित्र को सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों को प्राइवेट अस्पताल में भेजने की डील अपने कैमरे में कैद हुई । जिसके बाद एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन अरविंद घनघोरिया ने जांच के लिए चार डॉक्टरों की एक कमेटी का गठन किया है। जो पूरे मामले की जांच करेगी।

सस्पेंशन के साथ मानसिक चिकित्सालय भेजा

मेडिकल कॉलेज के डीन अरविंद घनघोरिया ने एक पत्र जारी कर डॉ. विश्वामित्र और डॉ. पुरुषोत्तम घनघोरिया को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। साथ ही कैजुअल्टी प्रभारी डॉ. सुमित शुक्ला को हटाकर उनकी जगह न्यूरो सर्जन डॉ. परेश सोंधिया को नया प्रभारी बनाया है। डीन ने एम्बुलेंस संचालक, 108 के पायलट और निजी अस्पताल के डॉक्टरों और उनके एजेंटों पर नजर रखने के लिए जिला चिकित्सा अधिकारी (सीएमएचओ) को पत्र लिखा है।

जिस तरह से दोनों डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई की गई है उसी तरह से यदि किसी और की शिकायत मिलेगी तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. अरविंद घनघोरिया डीन, एमजीएम, इंदौर

इन्दौर l एम वाय केजुल्टी प्रभारी डा सुमीत शुक्ला को हटा कर डा परेश सोधिया को दिया प्रभार , एम वाय से प्रावेट अस्पताल भेजने वाले विडियो पर मेडिकल कॉलेज डीन ने करी कार्रवाई; केजुल्टी के सी एम ओ डाक्टरो को किया सस्पेंड , समिती गठीत कर जाच के आदेश l

आज एक समाचार पत्र के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर वीडियो जिसमें मरीज को एम वाय अस्पताल से प्राइवेट हॉस्पिटल भेजने का मामला सामने आया था उसमें मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर घंगोरिया ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक डिपार्टमेंटल इंक्वायरी बिठा दी गई है ।
ज्ञात हो की वीडियो में एम वाय अस्पताल की केजुल्टी मे कार्यरत सी एम ओ डॉक्टर पुरुषोत्तम दांगी ऐवम डा विश्वामित्र का नाम सामने आया था उस विडियो का स्वत संज्ञान लेते हुऐ डीन डॉक्टर घंघोरिया ने दोनो डाक्टरो को सस्पेंड कर दिया है ऐवम इसमे सम्मिलित अन्य स्टाफ के लोगो का भी स्थानांतरण कर दिया है ऐवम डिपार्टमेंटल इंक्वायरी के लिए चार डिपार्मेंट के एचओडी की टीम भी गठित कर दी है।
इस सस्पेंशन के समय में दोनों डॉक्टर का हेड ऑफिस बाणगंगा मानसिक चिकित्सालय रहेगा । इसके साथ ही अब एम वाय केजुल्टी के प्रभारी डा सुमित शुक्ला को भी हटा कर न्युरो सर्जन डा परेश सोधिया को नया प्रभारी बना दिया गया है l
डीन डॉक्टर घंघोरिया ने कहा कि जो भी मेडिकल कालेज से संबंधित अस्पतालो की छवि को धूमिल करने की कोशिश करेगा उनके खिलाफ बिल्कुल भी कोताही नहीं बरती जाऐगी एवं आगे भी ऐसे मामलों में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी l डीन डा घंघोरिया ने कहा की उनका लक्ष्य एम वाय अस्पताल को प्रदेश का अव्वल एवं देश में सबसे बेहतर अस्पताल बनना है lइसके साथ ही नई तकनीक ऐवम मशीनो से एम वाय अस्पताल को अपग्रेड करना है l

 

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