इंदौर में भावना सिंह की गोली मारकर हत्या करने से पहले उसका दोस्त मुकुल यादव से विवाद हुआ था। वह तेज आवाज में पंजाबी सॉन्ग बजा रहा था। भावना ने उसे रोका, वह नहीं माना और गुस्से में उसने देसी कट्टे से फायर कर दिया। इससे पहले दोनों ने दोस्तों के साथ बैठकर जमकर शराब पी थी।
इधर, हत्या के बाद पुलिस ने एक हजार किमी तक पीछाकर आरोपियों को दबोच लिया। पुलिस का कहना है कि फरारी के दौरान इनमें से किसी ने एटीएम और मोबाइल फोन यूज नहीं किया। उन्हें डर था कि ऐसा करने पर पुलिस को उनकी लोकेशन मिल जाएगी।
अब आरोपियों पर ऑनलाइन सट्टेबाजी, फर्जी सिम और बैंकों के एटीएम का उपयोग करने को लेकर फर्जीवाड़े का एक और केस दर्ज किया जाएगा।
भावना हत्याकांड के तीनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं।
बता दें कि 21 मार्च को इंदौर के महालक्ष्मी नगर में एक फ्लैट में ग्वालियर की रहने वाली भावना गोली लगने से घायल हो गई थी। 3 लोग उसे लेकर कार से बॉम्बे हॉस्पिटल पहुंचे और छोड़कर भाग गए। इलाज के दौरान भावना की मौत हो गई थी। पुलिस को जानकारी मिली थी कि आरोपी भोपाल से थार जीप से भागे हैं।
भावना सिंह मर्डर केस के ये हैं अहम किरदार
भावना के ग्वालियर से इंदौर आने की कहानी
भावना सिंह ग्वालियर में रहती थी। वह परिवार से अलग रहकर क्लाउड किचन का काम करती थी। परिवार में उसके चाचा-चाची और दादी हैं। माता-पिता की मौत हो चुकी है। करीब 10 साल पहले भावना की शादी समाज में ही हो चुकी थी। लेकिन, माता-पिता की मौत के बाद भावना ने पति को छोड़ दिया। वह अपने दोस्त के साथ रहने लगी। यह बात चाचा और परिवार को पता लगी तो उन्होंने भावना को घर में आने से रोक दिया।
इसके बाद भावना अलग रहकर क्लाउड किचन का काम करने लगी। कुछ दिनों बाद भावना ने दोस्त को भी छोड़ दिया और रेत कारोबारी बॉयफ्रेंड के साथ लिव इन में रहने लगी। भावना अपने इसी बॉयफ्रेंड के साथ ग्वालियर से 19 मार्च को इंदौर आई थी। लेकिन, यहां से वह कामकाज और महाकाल के दर्शन करने अकेला ही उज्जैन चला गया।
स्वास्तिका ने अपने यहां रुकने को कहा
स्वास्तिका और भावना पुराने दोस्त थे। चूंकि भावना के बॉयफ्रेंड को उज्जैन जाना था, इसलिए स्वास्तिका भावना को होटल से अपने घर ले आई। यहां आने के बाद भावना के आने की खुशी में स्वास्तिका, मुकुल, अंशु और दो अन्य दोस्तों ने मिलकर शराब पार्टी का तय किया। 20-21 की रात को सभी ने मिलकर शराब पी।
पंजाबी गाने को तेज बजाने पर हुआ विवाद
शराब पीने के बाद सभी नशे में थे। इस बीच मुकुल ने एक पंजाबी गाना लगाया और उसका वॉल्यूम तेज कर दिया। इससे भावना को परेशानी होने लगी। उसने कम करने को कहा, लेकिन मुकुल नहीं माना। वह लगातार तेज गाना बजाता रहा। इससे दोनों में विवाद हुआ।
विवाद बढ़ने के बाद मुकुल ने देसी कट्टे से भावना को गोली मार दी। हालांकि सूत्रों का दावा है कि मुकुल भावना से जबरदस्ती कर रहा था। वह विरोध कर रही थी। इससे नाराज होकर मुकुल ने उस पर फायर कर दिया।
आशु और स्वास्तिका साथ में पढ़े
आशु और स्वास्तिका बचपन से साथ में पढ़े हैं। स्वास्तिका जब इंदौर पढ़ने आई तो वह आशु के साथ ही रहने लगी। सूत्रों का दावा है कि दोनों रिश्ते में हैं। हालांकि यह बात परिवार को नहीं पता है। पुलिस का कहना है कि उसने माता-पिता को अलग कमरा लेकर रहना बता रखा है।
स्वास्तिका की मां सरकारी स्कूल में टीचर हैं। भाई पढ़ाई करता है और पिता छोटा-मोटा काम करते हैं। घटनाक्रम के बाद स्वास्तिका ने परिवार के किसी भी सदस्य से संपर्क नहीं किया। पुलिस का कहना है कि स्वास्तिका की फारारी के दौरान परिवार पुलिस के संपर्क में था।
आशु-मुकुल सगे भाई, पिता का हो चुका मर्डर
दोनों आरोपी आशु और मुकुल सगे भाई हैं। इंदौर में दोनों साथ रहते हैं। पारिवारिक विवाद में इनके चाचा ने पिता की हत्या कर दी थी। मां दतिया में अकेली रहने लगी और पारिवारिक रंजिश से बचाने के लिए दोनों भाइयों आशु और मुकुल को इंदौर भेज दिया।
इंदौर आकर दोनों अवैध कारोबार से जुड़ गए
इंदौर आने के बाद वे ऑनलाइन सट्टे का कामकाज करने लगे। हालांकि वे लोगों को प्रॉपर्टी का कारोबार करने की बात कहते थे। इसका खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने हत्याकांड के बाद इनके घर की तलाशी ली।
इस दौरान यहां से 28 मोबाइल, 4 लैपटाप, 30 बैंक पासबुक और करीब 50 एटीएम सहित अन्य संदिग्ध डॉक्यूमेंट मिले हैं। कुछ कागजों में सट्टे का हिसाब-किताब भी मिला है। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है कि वे इस धंधे में कैसे आए। और ऑनलाइन सट्टे की पूरी चैनल क्या है।