देश की जानी-मानी आईआईटी-जेईई की कोचिंग FIIT JEE की एक बड़ी धोखाधड़ी इंदौर सेंटर में सामने आई है। यहां करीब ढाई सौ से ज्यादा बच्चों के अभिभावकों से एक करोड़ से ज्यादा की फीस भरवा ली गई है और अब यहां चार महीने से पढ़ाने के लिए टीचर ही नहीं है। अभिभावकों ने इसकी शिकायत कलेक्टर आशीष सिंह को की, उन्होंने मौके पर एसडीएम धनराज धनगर को जांच के लिए भेज दिया है।
स्टॉफ ने बताया हमे ही वेतन नहीं मिला वहीं कोचिंग के मैनेजर से बात की उन्होंने बताया कि दिल्ली हैडऑफिस है, सभी भुगतान वहीं जाते हैं और वहीं से हम सभी को वेतन आता है। चार महीने से टीचर्स और स्टॉफ किसी को वेतन नहीं मिला है। इसके चलते टीचर्स कोचिंग छोड़कर चले गए हैं। हम कई बार फोन कर चुके हैं, ईमेल कर चुके हैं लेकिन जवाब घुमावदार आ रहे हैं और अक्टूबर तक सब क्लीयर करने का बोल रहे हैं। टीचर नहीं होने से पढ़ाई ठप है। हम कुछ नहीं कर सकते हैं क्योंकि हम भी पीड़ित है और दोस्तों से उधार लेकर घर चला रहे हैं। इंदौर में कोचिंग को दो सेंटर है।
डीके गोयल है संस्थापक
डीके गोयल FIIT JEE के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। आईआईटी-दिल्ली के पूर्व छात्र, उन्होंने 1992 में FIIT JEE की स्थापना की, जो IIT-JEE के लिए एक बड़ा मंच माना जाता रहा है। इंदौर में इस कोचिंग से आईआईटी जेईई को पास करने वाले और टैंक बनाने वाले छात्र भी निकले हैं।
पूरे देश में फिटजी क्लासेस का स्कैम
फिटजी ने की छात्रों और पालकों के साथ की धोखाधड़ी
इंदौर शहर की तीन ब्रांच में भी क्लासेस हुई बंद
पालक भर चुके है वर्ष भर की फीस
फीस की अंतिम किश्त मिलते ही बंद हुई क्लासेस
पालकों ने इंदौर कलेक्टर से फीस वापस दिलाने की लगाई गुहार