इंदौर के द्वारकापुरी इलाके में गुंडे ने पहले तो पुलिस को चैलेंज किया। इसके बाद इलाके में अपने भाई के साथ मिलकर हवाई फायर कर दिए। हालांकि पुलिस ने गैंग से जुड़े एक बदमाश को पकड़ा है। लेकिन बाकी के साथी अभी भी फरार ही हैं। पुलिस को भनक तक नहीं थी कि कोई बड़ा कांड होने वाला है। हालांकि इलाके में दो गैंग के बीच पिछले छह माह से गैंगवार की आशंका बनी हुई है। जबकि पुलिस सिर्फ प्रतिबंधात्मक धाराओं में ही केस दर्ज कर रही है।
द्वारकापुरी में बुधवार रात गोलीकांड करने वालों के नाम सामने आए हैं। जिसमें इलाके का हिस्ट्रीशीटर शुभम नेपाली, उसका भाई रजत, दोस्त राहुल और सोनू व दो अन्य साथी शामिल थे। पुलिस ने अभी गोलीकांड के एक ही आरोपी सोनू को पकड़कर कार्रवाई की है। वहीं शुभम नेपाली सहित बाकी के लोग फरार हैं। हालांकि शुभम के बारे में मुखबिरों ने पुलिस को पहले ही बता दिया था कि वह तीन लाख रुपए में तीन पिस्टल खरीदकर लाने की बात कह रहा है। फोन पर किसी से बातचीत में दूसरे गुट की पूरी गैंग को खत्म करने की बात भी कर रहा है। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने इस वायरल ऑडियो से भी अनभिज्ञ ही बने हुए हैं।
जो मिल रहा था उसे पिस्टल दिखाकर धमका रहे थे
शुभम नेपाली और उसके साथियों ने अहीरखेडी और दिग्विजय नगर में ही आतंक नहीं मचाया। बल्कि वह द्वारकापुरी क्षेत्र में घटना वाले दिन कई लोगों को धमकाते नजर आए। उन्होंने कुछ बिल्डर और व्यापारियों को भी पिस्टल दिखाकर डर दिखाया। लेकिन रंजिश के डर से किसी ने पुलिस को शिकायत नहीं की।
कुछ दिन पहले ही हत्याकांड में छूटा है भाई
शुभम नेपाली का भाई रजत कुछ दिन पहले ही जेल से छूटा है। उसने बेटमा इलाके में लूट के बाद हत्याकांड को अंजाम दिया था। इस मामले में पुलिस ने रजत और उसकी गैंग के साथियों को पकड़ा था। आरोपी इलाके में अपना एकाधिकार स्थापित करना चाहते हैं। इसके चलते इलाके के एक अन्य हिस्ट्रीशीटर और शुभम गैंग के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है।
भाई को मारे चाकू,फिर पत्नी से हुआ विवाद
जानकारी के मुताबिक शुभम नेपाली और महेश टोपी नजदीक की कॉलोनी में रहते हैं। दोनों इलाके के हिस्ट्रीशीटर बदमाश हैं। बताया जाता है कि महेश ने शुभम के भाई को पहले चाकू मारे। जिसके बाद से दोनों के बीच ठन गई। शुभम ने महेश को इलाके में ना दिखने की धमकी दी और उसकी हत्या करने के इरादे से हथियार लेकर घूमने लगा। इसके बाद कुछ समय पहले दोनों की पत्नियों के बीच इलाके में विवाद हुआ। दोनों थाने पर शिकायत करने पहुंची। यहां पुलिस ने उन पर कार्रवाई की। इसके बाद से शुभम ने महेश की हत्या की प्लानिंग की और पिस्टल खरीदी। शुभम को पता चला था कि महेश को इलाके का ही एक अन्य बदमाश दिनेश उसके बारे में जानकारी देता है। इसलिए वह उसे भी जान से मारने के लिए ढूंढ रहा था।