इंदौर के बाणगंगा इलाके में किराए से रहने वाली एक महिला कॉन्स्टेबल ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके फोन कॉल रिसीव नहीं करने पर एक दोस्त रात में उसके रूम पहुंचा तो वह फंदे पर लटकी मिली। उन्होंने परिवार को सूचना दी। पुलिस पूरे मामले में जांच कर रही है। बाणगंगा पुलिस के मुताबिक मानसी (23) पुत्री गणेश मुराडिया ट्रैफिक थाना महू नाका पर पदस्थ थी।
मानसी इंदौर पुलिस में तीन साल से काम कर रही थी।
परिवार के लोगों ने बताया कि मानसी इंदौर पुलिस में तीन साल से काम कर रही थी। शाम 5 बजे ड्यूटी से आई। इसके बाद उसने पिता से मोबाइल पर बात की और कुछ देर में खाना बनाने के लिए कहा। देर रात उसकी मौत की सूचना मिली। परिवार को उसके साथ कुछ गलत होने की आशंका है।
मानसी मूल रूप से सुन्दरेल सतवास की रहने वाली थी। पिता गणेश मुराडिया बस ड्राइवर है। एक भाई पोस्ट आफिस में कार्यरत है। बड़ी बहन पढ़ाई कर रही है।
परिचित की शादी में जाने वाली थी मानसी
पुलिस के मुताबिक मानसी एक परिचित की शादी में जाने वाली थी। इसके चलते उसने विभाग में छुट्टी की बात भी की थी। वह एक दिन पहले ही कपड़े लेकर आई थी। इस बारे में देर शाम उसकी भाई से बात हुई थी।
दोस्त अस्पताल लेकर पहुंचा, अब फोन बंद
मानसी के ताऊ मोहन मुराडिया ने बताया कि हमें देर रात घटना की जानकारी मिली थी। मानसी का आयुष नाम का दोस्त कमरे में पहुंचा था और उसने उसे फांसी के फंदे पर लटका देखा। पास ही रहने वाले एक पुलिसकर्मी की कार से मानसी को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी के बाद परिवार रविवार सुबह यहां पहुंचा है। जो लड़का (आयुष) मानसी को अस्पताल लेकर आया था, फिलहाल उसका फोन बंद आ रहा है। उसने अपनी कोई जानकारी भी अस्पताल में नहीं दी है।
पेट दर्द रहता था, इलाज चल रहा था
परिवार के मुताबिक मानसी को पेट दर्द की शिकायत रहती थी। उसका उपचार भी चल रहा था। हालांकि इतनी कोई दिक्कत नहीं थी। परिवार के लोग बेटी के साथ कुछ गलत होने की आशंका भी जता रहे हैं। वहीं, पुलिस ने मानसी का कमरा सील दिया है। मोबाइल भी कमरे में ही है।