इंदौर। कई महंगी कार, विदेशी कुत्ते, डेरे में सुरक्षा ऐसी की पुलिस भी घुसने से डरे; जानिए लुटेरे फर्जी नागा साधु की लग्जरी लाइफ की इनसाइड स्टोरी – देखें VIDEO

इंदौर में वारदात करने वाले फर्जी नागा साधु (किशन नाथ) ने पुलिस रिमांड पर कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पता चला है कि नागा साधु तीन भाई हैं। सभी भाइयों पर कई अपराध दर्ज हैं। माता-पिता की कई साल पहले मौत हो चुकी है। पूछताछ में साधु ने डेरे के बारे में भी कई खुलासे किए हैं।

गुजरात के खेड़ा में आरोपी जिस जगह रहता है, वहां काफी घनी बस्ती है। स्थानीय पुलिस इस डेरे में जाने से डरती है। डेरे में कई महंगी कारें खड़ी रहती हैं। इंदौर क्राइम ब्रांच की टीमें जब यहां घुसी थी, तो अंदर महिलाओं ने काफी हुज्जत की थी।

एरोड्रम पुलिस ने बीएसएफ के निरीक्षक चंद्रपाल और रेडियो के एएसआई गोपाल बर्डे के साथ लूट करने वाले किशन नाथ को रविवार को जेल भेज दिया। अन्नपूर्णा में हुई वारदात के पीड़ित ने आरोपी को पहचाना है। किशन नाथ ने पूछताछ के दौरान अपने दूसरे साथी का नाम नहीं कबूला। बताया जाता है कि किशन नाथ की गैंग वारदात के बाद पकड़ में आने पर अपने साथियों के नाम नहीं लेती है। किशन नाथ की गैंग कंजर और धार जिले के बाग टांडा की आदिवासी गैंग की तर्ज पर काम करती है।

दूसरे राज्यों की पुलिस ने अब तक नहीं किया संपर्क

एरोड्रम पुलिस ने किशन नाथ को पांचवें दिन रिमांड में लिया था। अफसरों ने बताया कि उसने राजस्थान और महाराष्ट्र में भी वारदात की है। बाहर के राज्यों की पुलिस इंदौर पुलिस से रिमांड के दौरान संपर्क नहीं किया। किशन नाथ और उसके साथियों को लेकर और जानकारी जुटाई जा रही है।

क्राइम ब्रांच पर किया हमला

क्राइम ब्रांच की पुलिस ने जब किशन नाथ को पकड़ा तो वहां महिलाओं ने हमला कर दिया। विवाद भी किया। पालतू कुत्ते छोड़े। पुलिस कर्मी जैसे तैसे नागा साधु को लेकर वहां से निकली। बताया जाता है कि इनके डेरे में जब भी किसी को पुलिस पकड़ने जाती है, तो ये पहले महिलाओं को आगे कर विवाद करते हैं। किशन नाथ पर पुलिस पर हमला करने के मामले में कपड़गंज थाने में पहले भी एक केस दर्ज हो चुका है।

माता-पिता की हो गई मौत, सभी भाई अपराधी

किशन नाथ के माता-पिता की कई साल पहले मौत चुकी है। वह अपनी बहन और जीजा के साथ रहता है। अधिकतर मामलों में वही जमानत की व्यवस्था करते हैं। किशन नाथ के तीन और भाई है। जिनके नाम संजय नाथ, राजेश नाथ, वनराज नाथ है। किशन तीसरे नंबर का है। किशन के साथ-साथ सभी भाइयों पर आपराधिक केस दर्ज हैं।

महंगी कारें, स्थानीय पुलिस से सांठगांठ

क्राइम ब्रांच जब किशन नाथ को पकड़ने पहुंची तो उसके डेरे पर कई मंहगी कारें मिली। विवाद के चलते वहां ज्यादा तफ्तीश नहीं हो पाई। सूत्रों की माने तो सभी कारें अलग-अलग जगह से चोरी की गई हैं। क्राइम ब्रांच के अफसरों ने इस बारे में स्थानीय पुलिस से भी बात की। लेकिन वहां की पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई। लोकल पुलिस दूसरे राज्यों की पुलिस के मूवमेंट की जानकारी भी डेरे तक पहुंचा देती है। हालांकि क्राइम ब्रांच ने किशन नाथ को हिरासत में लेने के बाद लोकल पुलिस को जानकारी दे दी थी।

कपड़े उतारकर कार में बैठ जाता, आशीर्वाद के बहाने लूटता

इंदौर पुलिस ने लूट के आरोपी फर्जी नागा साधु को गिरफ्तार किया। वो साधु नहीं, बल्कि भेष बनाकर घूमता था। गुजरात में घर पर छिपा था, यहां से पकड़कर इंदौर लाया गया। क्राइम ब्रांच को आखिरी बार लोकेशन बड़नगर के पास मिली थी। टोल फुटेज के आधार पर पुलिस ने कार का पीछा किया और गुजरात पहुंच गई। पुलिस ने खुलासा किया है कि आरोपी कार में काली फिल्म वाले कांच लगाकर रखता था, ताकि वारदात के बाद चलती कार में ही कपड़े पहन ले और पुलिस गुमराह हो जाए।

 

इंदौर क्राइम ब्रांच पुलिस ने आरोपी नागा साधु को गिरफ्तार कर लिया। तस्वीर पुलिस कस्टडी की है।

बाल-दाढ़ी सबकुछ नकली

आरोपी किशन नाथ की उम्र 28 साल है। वह नकली बाल, दाढ़ी के साथ भभूत लगाकर साधु के भेष में कार में घूमता था। कार उसका दोस्त चलाता था। सुनसान इलाके में किसी को अकेले घूमता देख पीछा करता। मौका पाकर रोकता और इशारे से कार के पास बुलाता।

वह खुद कार से नहीं उतरता। व्यक्ति को भूत-भविष्य के उटपटांग किस्से सुनाकर फंसाता। पीड़ित का ध्यान जैसे ही भटकता या आशीर्वाद लेने के लिए सिर झुकाता तो गले, हाथ से चेन छीन लेता या फिर चाकू अड़ाकर उतरवा लेता। वारदात कर कार से दोस्त के साथ फरार हो जाता था। उसके खिलाफ गुजरात में 11 से ज्यादा मामले दर्ज हैं।

आरोपी ने पुलिस पूछताछ में कबूला कि वह टीवी पर रावण सीरियल भी देखता रहता था। उसमें रावण द्वारा सीता हरण का दृश्य देखकर सोचता था कि ऐसा तो मैं भी कर सकता हूं। उसके दिमाग में हमेशा यह बात रहती थी।

तंत्र क्रिया के नाम से करता था वसूली और लूटपाट

किशन नाथ तंत्र-मंत्र की थोड़ी बहुत क्रियाएं जानता था। इंदौर में उसका मूवमेंट इस साल ही हुआ। इंदौर में रेडियो-वायरलेस के ASI के साथ उसने चेन स्नैचिंग की थी। इसके बाद BSF से रिटायर्ड टीआई चंद्रपाल सिंह तोमर को जाल में फंसाया था। तोमर मार्निंग वॉक पर निकले थे, तब सुपर कॉरिडोर तालाब के पास किशन नाथ ने आवाज देकर उनको रोका था।

किशन नाथ ने तोमर को अपनी बातों के झांसे में लिया। हाथ देखा और भविष्यवाणी करने लगा। फिर ललाट की तरफ देखकर कहा, आपके दो बच्चे हैं। बड़ा वाला थोड़ा चिड़चिड़ा है। छोटा वाला हमेशा खुश मिजाज रहता है। दोनों बेटे आपको खुश रखेंगे। अब आप मुझे 10 का नोट दे दो। उसे मैं अभिमंत्रित कर देता हूं।

नोट को अभिमंत्रित करने के बाद बोला इसे चुपचाप घर पर रख देना। किसी से बताना मत। तुम्हारी तबीयत ठीक रहेगी। इसके बाद अंगूठी मांगी। रिटायर्ड टीआई ने अंगूठी नहीं दी तो घड़ी और कड़ा मांगा। नहीं देने पर बातचीत के दौरान ही छीन कर कार से भाग गया। वे डरे सहमे घर पहुंचे। बाद में थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।

आरोपी के खिलाफ अब तक दर्ज हुए केस की लिस्ट।

शरीर पर नहीं रहते थे कपड़े, भागा तो कपड़े पहने नजर आया

चंद्रपाल सिंह तोमर (61) की शिकायत पर एरोड्रम थाना पुलिस ने 2 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। दोनों पर लूट की धारा लगाई गई थी। घटना 13 मार्च को छोटा बांगड़दा रोड सुपर कॉरिडोर के पास हुई थी। तब चंद्रपाल सिंह तोमर ने पुलिस को यह भी बताया था कि दोनों आरोपी सफेद कलर की कार में आए थे। उसमें एक नागा साधु के भेष में था। शरीर पर कपड़े नहीं थे। वह काला दुपट्टा और रुद्राक्ष की माला पहने हुए था।

आरोपियों ने इससे पहले, इंदौर में रेडियो-वायरलेस के एएसआई के साथ जब चेन स्नैचिंग कर भागे तब भी नागा साधु का ही क्लू मिला था।

आरोपी एरोड्रम से दिलीप नगर होते हुए हातोद, देपालपुर के रास्ते बड़नगर की तरफ गए। इसी रास्ते में पड़ने वाले टोल नाकों पर कार ट्रेस हुई। टोल से निकलने के पहले ही नागा साधु ने भेष बदल लिया। शरीर पर पूरे कपड़े पहन लिए और ड्राइवर प्रकाश को साइड में बैठाकर खुद कार ड्राइवर करने लगा। कार की नंबर प्लेट भी निकाल दी थी।

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