भू-माफिया चंपू अजमेरा द्वारा फीनिक्स टाउनशिप में किए गए फर्जीवाड़े को लेकर बुधवार को हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। 22 प्लॉट धारकों को चंपू ने उलझा रखा है। पूर्व में प्रशासन ने चंपू से पीड़ितों को प्लॉट दिलाए थे। चंपू ने अफसरों को वह जमीन खाली होना दिखा दी थी, जिस पर पहले अन्य लोगों के नाम रजिस्ट्री है। अब अन्य निवेशक प्लॉट और रजिस्ट्री के प्रयास कर रहे हैं तो दोहरी रजिस्ट्री की समस्या सामने आ रही है। हाई कोर्ट ने फीनिक्स के लिए नियुक्त परिसमापक के समक्ष 22 निवेशकों को अपनी बात रखने के आदेश दिए हैं।
पीड़ितों ने चंपू को जेल भेजने की अर्जी लगा रखी- 22 अगस्त को निवेशक की सुनवाई परिसमापक करेंगे। इसके बाद हाई कोर्ट आगामी 27 अगस्त को अगली सुनवाई करेगा। हाई कोर्ट ने पूर्व में ही पीड़ितों के पक्ष में रजिस्ट्री कराने के आदेश दिए थे। लेकिन प्रक्रिया आगे बढ़ी तो पता चला कि चंपू ने जो जमीन बताई है, वह या तो सरकारी है या पहले ही उस पर अन्य लोगों की रजिस्ट्री हो चुकी है।