इंदौर में पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश का दौर जारी है। शहर में हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है। इसे देखते हुए नगर निगम और जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर आ गया है। नगर निगम ने सड़कों पर जलजमाव से निपटने के लिए कर्मचारियों को सर्तक रहने के लिए कहा है और शिकायत दर्ज कराने के लिए जनता के लिए एक नंबर जारी किया है। इसके साथ ही इंदौर कलेक्टर इलैया राजा टी ने भी जनता के लिए संदेश जारी किया है।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने निगम के आला अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के दिए निर्देश
भारी बारिश को देखते हुए महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने क्षेत्र के संपर्क में रहेंगे। किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए आप नगर निगम के कंट्रोल रूम के निम्नलिखित नंबरों पर संपर्क कर सकते है ।
कंट्रोल रूम
मोबाइल —93295 55202
टेलीफ़ोन— +91 731 253 5555
+0731 4030100
इंदौर कलेक्टर के निर्देश
जैसा कि आप सभी को जानकारी है, कि मौसम विभाग ने इंदौर जिला एवं संभाग में दिनांक 16 एवं 17 को अतिवृष्टि का रेड अलर्ट जारी किया है। जिला प्रशासन ने इस हेतु आपदा प्रबंधन संबंधी सभी तैयारियां की हुई हैं एवं जिला प्रशासन किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति से निपटने में सक्षम व तत्पर है।
लगातार भारी बारिश से सभी नदी-नाले पूर पर हैं व आज और कल भी अतिवृष्टि संभावित है। अतः आप सभी नागरिकों से भी अनुरोध है कि शनिवार, रविवार वीकेंड के दिनों मे इंदौर के आस-पास के पर्यटन स्थलों पर जाने से बचें।
नदी, नालों में पूर, अचानक पानी बढ़ना, बाढ़, फिसलन जैसी स्थितियां बन सकती हैं। ट्रैफ़िक जाम जैसी परिस्थियां भी निर्मित हो सकती हैं। नदी, नालों, रपटों के ऊपर से पानी बहने के दौरान वाहन निकाले जाने की सूचना प्राप्त होने पर दंडात्मक कार्यवाही भी की जाएगी।
कृपया जीवन की अमूल्यता के दृष्टिगत सावधान, सजग व सुरक्षित रहें।
धन्यवाद,
*कलेक्टर, इंदौर*
शहर की ज्यादातर सड़कें जलमग्न, चौराहे तालाब बन गए
शुक्रवार को हुई तेज वर्षा ने एक बार फिर नगर निगम के दावों की पोल खोलकर रख दी। शाम के वक्त शहर की ज्यादातर सड़कें जलमग्न हो गईं। चौराहे तालाब बन गए। निचली बस्तियों में घरों में पानी भर गया। कालोनियों में भी स्थिति खराब रही। कुछ क्षेत्रों में तो घरों में घुटने-घुटने पानी जमा हो गया। लोग परेशान होते रहे। पिपलियाहाना क्षेत्र में एक दीवार गिरने से वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। कुछ अन्य स्थानों पर भी पेड़ गिरने और मकान गिरने की सूचना मिली है। नगर निगम कंट्रोल रूम के मुताबिक, देर रात तक सड़कों पर पानी भराने, दीवार गिरने की सूचना आती रही।

शुक्रवार शाम शहर के आकाश पर ऐसी काली घटा छाई कि वाहन चालकों को हेडलाइट चालू करना पड़ी। निचली बस्तियों में पानी भराने की वजह से लोग परेशान होते रहे। विजय नगर, खजराना, सुपर कारिडोर, बीआरटीएस सहित कई क्षेत्रों में घुटने-घुटने पानी जमा हो गया। श्याम नगर, गौरी नगर, जूना रिसाला, आजाद नगर, मूसाखेड़ी सहित कई इलाकों में घरों में पानी भराने की सूचना मिली है।

यातायात व्यवस्था भी बिगड़ी
वर्षा के कारण यातायात व्यवस्था भी बिगड़ी। कई प्रमुख सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए। रामबाग चौराहा, जेल रोड, पलासिया, एमजी रोड, नगर निगम चौराहा, कृष्णपुरा ब्रिज, तिलक पथ, भंवरकुआं चौराहा, खजराना चौराहा, रोबोट चौराहा समेत कई यातायात प्रभावित हुआ। इस दौरान जाम भी लगता रहा। एमजी रोड थाने से राजवाड़ा चौक, नंदलालपुरा चौराहा से पंडरीनाथ चौराहा, खातीपुरा चौराहा से चिमन बाग चौराहा, रीगल से जेल रोड चौराहा तक कई बार जाम लगा रहा। इमली बाजार से राजवाड़ा चौक तक शाम से देर रात तक वाहनों की लंबी कतारें लगीं रहीं। भंवरकुआं, खजराना चौराहा समेत कई जगहों पर निर्माण कार्य और वर्षा की वजह से ज्यादा समस्या हुई।
ओल्ड पलासिया इंदौर स्थित पीडब्ल्यूडी क्वार्टर में भराया पानी, कर्मचारी होते रहे परेशान
इंदौर लोक निर्माण विभाग वैसे तो सभी शासकीय क्वार्टरों का मेंटेनेंस करता है किंतु अपने ही क्वार्टर पर ध्यान न देने के कारण प्रतिवर्ष बारिश में कर्मचारियों को परेशान होना पड़ता है। विगत दो दिन से हुई शहर में वर्षा ने पुनः कर्मचारियों को आफत में डाल दिया। दो रातों से कर्मचारी सो नहीं पाए हैं। नीचे घरों में घुटने इतना पानी भर जाता है। कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत की गई, लेकिन कोई ठोस उपाय न होने के कारण प्रतिवर्ष कर्मचारियों को ऐसे ही रात में जागरण कर रात बिताना होती है। कर्मचारियों के समान गीले हो जाते हैं।