गुरुवार को हुई कोर्ट मैरिज में दोनों परिवारों के 25 लोग शामिल हुए थे।
इंदौर सुप्रीम कोर्ट द्वारा अक्टूबर में ट्रांसजेंडर विवाह को कानूनी मान्यता दिए जाने के बाद इंदौर में पहली बार महिला से पुरुष बने युवक ने स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत युवती से शादी की। गुरुवार को हुई कोर्ट मैरिज में दोनों परिवारों के 25 लोग शामिल हुए थे। बीते साल अलका ने अपने 47वें जन्मदिन पर सर्जरी करवाकर जेंडर स्त्री से पुरुष करवा लिया और अपना नाम अस्तित्व रख लिया।
अलका की बहन की सहेली है आस्था, जिसे इस बदलाव के बारे में शुरू से ही जानकारी थी। आस्था की अस्तित्व से 5-6 महीने पहले बातचीत शुरू हुई। आस्था का कहना था कि हमने बहुत विचार करने के बाद शादी करने का निर्णय लिया। दोनों परिवारों को भी समस्या नहीं थी। इसके बाद दोनों ने अपर कलेक्टर रोशन राय को अपनी स्थिति समझाते हुए विवाह का आवेदन दिया।