इंदौर। इंदौर एयरपोर्ट में शुरू होगी बोर्डिंग पास के लिए डीजी यात्रा सर्विस, बिना दस्तावेज़ वेरिफाय चेहरा स्कैन करते ही मिलेगा प्रवेश – देखे VIDEO

देश-विदेश के बड़े एयरपोर्ट की तरह इंदौर में भी प्रवेश (बोर्डिंग पास) के लिए डिजी यात्रा की सेवा मिल सकेगी। लोगों को कतार में लेकर दस्तावेज वेरिफाय नहीं कराना पड़ेंगे, समय बचेगा। उसका चेहरा स्कैन करते ही प्रवेश मिल जाया करेगा।

मई में इसका ट्रायल शुरू होने जा रहा है। इसके बाद सेवा शुरू कर दी जाएगी। अभी देश के दिल्ली-मुंबई, बैंगलुर सहित एक दर्जन एयरपोर्ट्स पर ही यह सुविधा है।

इसके लिए डिजी यात्रा एप पर वनटाइम रजिस्ट्रेशन कराना होगा। यदि कोई जानकारी बदलती है तो अपडेशन की सुविधा भी रहेगी।

इंदौर के देवी अहिल्या बाई होल्कर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी डिजी यात्रा की स्कैनर इंस्टालेशन शुरू कर दिया है। मेन पॉवर के लिए टेंडर किए जा चुके है। मशीनें पहले ही आ चुकी हैं।
देवी अहिल्या एयरपोर्ट प्रबंधन ने बताया अभी मशीनों को इंस्टॉल करने का काम चल रहा है। इसके लिए तैनात होने वाले कर्मचारियों की ट्रेनिंग की जाएगी।

ट्रायल के बाद नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो की टीम दौरा करेगी। अनापत्ति पत्र मिलते ही सुविधा को शुरू कर दिया जाएगा।

 

 

इसे वेरिफाई कराने में लगने वाला समय बचेगा

सुविधा शुरू होने से काउंटर्स पर आधार कार्ड, पासपोर्ट, टिकट और अंततराष्ट्रीय यात्रा होने पर वीजा चेक कराने आदि से बच सकेंगे। कई बार भीड़ रहने पर इसमें लंबा समय लग जाता है। बुजुर्गों को खासकर परेशानी से राहत मिलेगी।

डिजी यात्री सेवा कैसे काम करेगी, आम लोग इसका लाभ कैसे उठा सकते हैं, जानिए सबकुछ…

Q. डिजी यात्रा और एप क्या है, इसकी जरूरत क्यों?

यह फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी (एफआरटी) तकनीक आधारित से काम करता है। इसका एप भी आ चुका है। इसका मकसद एयरपोर्ट पर कई लेवल के जांच पाइंट्स से गुजरने का समय बचाना है।

Q. यह काम कैसे करेगा और इसका फायदा?

एंट्री पॉइंट्स पर स्कैनिंग मशीन लगेगी जो यात्री का चेहरा स्कैन करेगी। उसी से उसका पूरा डेटा दर्ज हो जाएगा और यात्री को प्रवेश दे दिया जाएगा। कागज दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मुख्य रूप से समय भी बचेगा, कतार में नहीं लगना पड़ेगा

Q. आम लोग इस सेवा इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं?

गूगल प्ले स्टोर या आईओएस एप स्टोर से Digiyatra App डाउनलोड कर सकते हैं।
Q. एप डाउनलोड करने के बाद क्या करना होगा?

एप में यात्री को लॉग इन करना होगा। नाम, ईमेल पता, मोबाइल नंबर और पहचान दस्तावेज (आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी आदि) जैसे विवरण साझा करने होंगे। यह जानकारी दर्ज करने के बाद एक डिजी यात्रा ID जनरेट हो जाएगी। यह एक ही बार बनानी होगी।

Q. डिजी यात्रा ID एयरपोर्ट पर कैसे काम आएगी?

एयर टिकट बुक करते समय Digi ID को भी शेयर करना होगी। एयरलाइन कंपनियां इसे टिकट में दर्ज कर एयरपोर्ट मैनेजमेंट को शेयर कर देंगी। यात्री एयरपोर्ट पर जैसे ही एंट्री गेट अपना टिकट PNR मशीन में डालेगा, वहां लगाई जा रही स्कैन मशीन चेहरा पढ़ेगी। पहचान वेरिफाय होते ही प्रवेश के लिए ग्रीन सिग्नल मिल जाएगा।
Q. डिजी यात्रा एप क्या प्राइवेट कंपनी द्वारा चलाया जाता है?

नहीं, यह एप भारत सरकार के सिविल एविएशन विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।

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