जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे शुक्रवार को अपने इस्तीफे का ऐलान कर सकते हैं. पिछले लंबे वक्त से वो बीमार चल रहे हैं, कुछ वक्त पहले ही उन्हें अस्पताल में भर्ती भी कराया गया था. इस बीच जापानी मीडिया ने रिपोर्ट किया है कि शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिंजो आबे अपना इस्तीफा दे सकते हैं.
जापानी मीडिया के मुताबिक, शिंजो आबे की तबीयत लगातार बिगड़ रही है. इसी वजह से वो काम पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं ऐसे में वो शुक्रवार को इस्तीफा दे सकते हैं.
पिछले काफी वक्त से शिंजो आबे की तबीयत को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं. क्योंकि काम को छोड़कर वो दो बार अस्पताल पहुंचे थे, जिसके बाद उनके इस्तीफे की बात सामने आई थी.
इससे पहले 18 अगस्त को जब शिंजो आबे को अस्पताल ले जाया गया था, तब करीब सात घंटे तक उनका चेकअप चलता रहा. इस बीच मीडिया में कई तरह की बातें सामने आईं, लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से सफाई दी गई थी.
इससे पहले भी बीमारी की वजह से 2007 में शिंजो आबे ने कुछ वक्त का ब्रेक लिया था, तब उनके प्रधानमंत्री कार्यकाल के शुरुआती दिन थे. शिंजो आबे 2012 से लगातार जापान के प्रधानमंत्री हैं, इससे पहले वह 2006 में कुछ वक्त के लिए देश के पीएम बने थे. जापान में शुरुआती वक्त में कोरोना वायरस का संकट रहा था, लेकिन अब हालात कुछ हदतक ठीक हैं.
50 दिनों से किसी कार्यक्रम में नजर नहीं आए शिंजो आबे
देश में कोरोना महामारी के फैलने के बाद से ही यह मांग हो रही है कि आबे देश के लोगों को इससे निपटने के लिए किए गए कामों के बारे में बताएं। इसके बावजूद आबे बीते 50 दिनों से किसी कार्यक्रम में नजर नहीं आए हैं। 18 जून को यह जानकारी दी गई थी कि वे अपने घर पर मीडिया से बातचीत करेंगे। हालांकि, वे ऐसा नहीं कर पाए थे। 24 अगस्त को कैबिनेट सेक्रेटरी योशिहिडे सुगा ने शिंजो की सेहत को लेकर चल रही चर्चाओं को खारिज किया था। उन्होंने कहा था कि आबे बिल्कुल ठीक हैं और रूटीन जांच के लिए हॉस्पिटल आ रहे हैं।
आंत से जुड़ी बीमारी से जूझ रहे हैं शिंजो
शिंजो को लंबे समय से आंत से जुड़ी बीमारी अल्सरट्रेटिव कोलाइटिस है। इसमें आंत में सूजन जैसी समस्याएं होती हैं। इसी बीमारी की वजह से शिंजो को 2007 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के एक साल बाद इस्तीफा देना पड़ा था। अब वे नियमित इलाज करके अपनी इस बीमारी को कंट्रोल में रखते हैं। पहले इस बीमारी के लिए सही इलाज मौजूद नहीं था। इस बीमारी में सही ढंग से खाना न खाने और तनाव लेने से स्थिति बिगड़ने की संभावना बनी रहती है।
देश में घट रही है शिंजो की लोकप्रियता: सर्वे
जापान की क्योदो न्यूज एजेंसी के सर्वे के मुताबिक, देश में शिंजो की लोकप्रियता के पहले के मुकाबले कम हुई है। रविवार को सार्वजनिक हुए इस सर्वे में कहा गया है कि देश में 58.4% लोग कोरोना महामारी से निपटने के सरकार के तरीके से नाखुश हैं। मौजूदा कैबिनेट की अप्रूवल रेटिंग 36% है, जो कि शिंजो के 2012 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से सबसे कम है। हालांकि, देश में महामारी दूसरे देशों की तुलना में काफी हद तक काबू में है। यहां अब तक 62 हजार से ज्यादा संक्रमित मिले हैं और 1200 मौतें हुई हैं, लेकिन लोग सरकार की ओर से दोबारा इस्तेमाल में लाए जाने वाले मास्क बांटने जैसी योजनाओं के पक्ष में नहीं हैं।