कंगना की मां आशा रनौत बोलीं- मुझे बेटी पर गर्व है, हम शुरू से कांग्रेसी थे पर…

फिल्म अभिनेत्री कंगना रणौत की मां आशा रनौत ने अपनी बेटी के सहयोग के लिए प्रदेश व केंद्र सरकार का आभार जताया है। मंडी के भांबला में अपने घर पर मिलने आए भाजपा के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि उनके परिवार के सभी पूर्वज कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़े रहे है। यह बात सभी जानते हैं कि उनका परिवार कांग्रेस पार्टी की विचारधारा से ओतप्रोत है, लेकिन आज जब कंगना पर यह विपदा आई और महाराष्ट्र सरकार ने इस प्रकार की हरकत की, तो केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली और प्रदेश में जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार उनकी मदद के लिए खड़ी हुई। बीजेपी ने उनकी बेटी को सुरक्षा मुहैया करवाई।

‘बेटी पर गर्व है, सच के साथ रहती है’
कंगना की मां आशा रनौत ने कहा, ‘पूरे भारत की जनता की दुआएं कंगना के साथ हैं। मेरी बेटी पर मुझे गर्व है कि वह हमेशा सच्‍चाई के साथ खड़ी रहती है। हम केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह जी का शुक्रिया अदा करते हैं, जिन्‍होंने मेरी बेटी को सुरक्षा दिया। अमित शाह जी का कंगना को सुरक्षा देने के लिए धन्‍यवाद, यदि उसे सुरक्षा नहीं दी जाती तो पता नहीं उसके साथ क्‍या होता। ‘

 

‘हम शुरू से कांग्रेसी थे, लेकिन…’
कंगना की मां ने आगे कहा, ‘हमलोग शुरू से कांग्रेस के साथ थे, शुरू से। हमारे दादाजी भी शुरू से कांग्रेसी थे। लेकिन फिर हमें सपोर्ट मिला किसका, अमिता शाह जी का, जिन्‍होंने मेरी बेटी को सपोर्ट किया। हम उनका धन्‍यवाद करते हैं। बेटी को मेरी दुआ है।’ कंगना की मां आश देवी ने हिमाचल प्रदेश के मुख्‍यमंत्री जयराम ठाकुर का भी धन्‍यवाद किया।

 

मुंबई में कंगना बनाम महाराष्‍ट्र सरकार
बता दें कि बीते दिनों मुंबई पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाने और मुंबई की तुलना PoK से करने के कारण कंगना और महाराष्‍ट्र सरकार के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई। श‍िवसेना नेता संजय राउत ने कंगना के लिए ओछे शब्‍दों का प्रयोग किया, वहीं गृह मंत्री अनिल देशमुख तक ने कहा दिया कि कंगना को मुंबई या महाराष्‍ट्र में रहने का हक नहीं है। इसके बाद श‍िवसेना ने नेताओं ने कंगना को धमकी भी दी कि वह मुंबई नहीं आएं।

 

कंगना के मुंबई पहुंचने से पहले BMC ने तोड़ा दफ्तर
कंगना ने इसे चुनौती के तौर पर लिया और 9 सितंबर को मुंबई पहुंचीं। कंगना के पिता ने सरकार से सुरक्षा की अपील की तो केंद्र सरकार ने उन्‍हें Y कैटिगरी की सुरक्षा दे दी। इस बीच बीएमसी ने रेनोवेशन नियमों के उल्‍लंघन का हवाला देकर बुधवार को कंगना के दफ्तर में तोड़फोड़ की। इस मामले पर कंगना की बीएमसी के खिलाफ याचिका पर गुरुवार को सुनवाई होनी थी, जिसे हाई कोर्ट ने 22 सितंबर तक टाल दिया है। कंगना गुरुवार को अपने तबाह हुए दफ्तर का मुआयना करने भी पहुंची थीं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *