नई दिल्ली: दिल्ली के वजीराबाद में 9 क्लास के छात्र वैभव की दर्दनाक हत्याकांड से वैभव का परिवार टूट गया है। वैभव के पिता विकास गर्ग ने कहा, ‘हमारा वो इकलौता बेटा था। पुलिस ऑफिसर बनना चाहता था मेरा बेटा वैभव। लेकिन, मेरे परिवार का इकलौता चिराग बुझा दिया।’ अपने बेटे की मौत के बाद गमगीन विकास गर्ग ने बताया कि क्योंकि वैभव पुलिस अफसर बनना चाहता था, इसलिए एक्सरसाइज करता था, उसकी हाइट 6 फीट हो गई थी। तीन दिन पहले तक पारिवारिक जीवन ठीक ठाक चल रहा था। अचानक सब बर्बाद हो गया।
बुधवार को विकास गर्ग ने बेटे के अपहरण से लेकर उसकी फिरौती की कॉल और हत्या के पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि वैभव 23 मार्च की शाम लगभग 7:25 बजे घर से निकला था। मां से कहा था कि अभी 15 से 20 मिनट में लौटकर आ जाऊंगा। पिता विकास गर्ग उस समय करोल बाग में जॉब पर थे। रात को साढ़े 9 बजे जब वह जॉब से घर लौटे, तब पत्नी ने बताया कि वैभव का मोबाइल स्विच ऑफ है।
‘सोचा मोबाइल की बैटरी हुई होगी खत्म’
उस समय विकास गर्ग ने सोचा कि फोन की बैटरी खत्म हो गई होगी, क्योंकि कई बार ऐसा भी हुआ है कि जब फोन की बैटरी खत्म हुई है तो वह दोस्त या जानकार के मोबाइल से कॉल कर दिया करता था। लेकिन, उस रात परिवारवाले 11 बजे तक इंतजार करते रहे। वैभव की कोई कॉल नहीं आई। रात 11 बजे से 12 बजे तक आसपास पता किया।
पिता विकास गर्ग के मुताबिक, जब कहीं उसके बारे में जानकारी नहीं मिली तो आधी रात को ही सीधे वजीराबाद थाने पहुंचे। पुलिस को बेटे के लापता होने और मोबाइल स्विच ऑफ होने के बारे में बताया। पुलिस ने सुबह फोटो और अन्य डिटेल लेकर आने को बोला। माता पिता ने सुबह तक इंतजार किया कि शायद आ जाए, मगर जब नहीं पता चला तो 112 नंबर पर कॉल कर दी। पीसीआर आई। उसके बाद बेटे को खोजना शुरू हुआ। पूरे दिन, पूरी रात सर्च किया। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे चेक किए। इसके आधार पर पड़ोस के ही दो नाबालिग लड़के पकड़े। उनसे पूछताछ हुई, लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं बताया। आखिर में तीसरे 17 वर्षीय लड़के को पुलिस ने पकड़ा। सख्ती करने पर उसने अपहरण, फिरौती, हत्या की पूरी कहानी बता दी।
तेरा लड़का हमारे कब्जे में, 10 लाख दे… मांगी गई थी फिरौती
पिता विकास गर्ग के मुताबिक, इस दौरान सोमवार (24 मार्च) को दोपहर 1:40 बजे वैभव के नंबर से फिरौती की कॉल आई। कॉल करने वाले लड़के ने कहा, ‘तीन दिन का टाइम है, 10 लाख की फिरौती दे दे। तेरा लड़का हमारे कब्जे में है, अगर पुलिस को जिक्र किया तो तेरे लड़के के टुकड़े-टुकड़े कर देंगे’। यह सुनकर विकास गर्ग के होश उड़ गए। उनके मुताबिक, उन्होंने बस इतना ही पूछा कि ‘पैसे कहां लेकर आने हैं’। इसके बाद कॉल डिस्कनेक्ट हो गई। मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया। उसके बाद कोई दूसरी कॉल नहीं आई। मंगलवार को शाम 5:46 बजे पुलिस की तरफ से विकास गर्ग के पास कॉल आई कि भलस्वा डेयरी झील के पास आ जाओ। वहां जाकर देखा तो बेटे की गर्दन, पेट समेत पूरे शरीर को चाकू से गोद रखा था।
क्या है मामला?
दिल्ली में 9वीं क्लास के छात्र का अपहरण कर तुरंत ही हत्या कर दी गई, उसके बाद कातिलों ने उसी के सिम से 10 लाख की फिरौती मांगी। पुलिस ने यह खुलासा पकड़े गए तीनों नाबालिगों से पूछताछ के आधार पर किया है। तीनों आरोपी पड़ोस में ही रहते हैं। वैभव को पहले से जानते हैं। पुलिस अफसर के मुताबिक, 24 मार्च को वजीराबाद थाने में 15 वर्षीय वैभव उर्फ कन्नू के लापता होने की जानकारी मिली थी। वजीराबाद के मिलन विहार निवासी वैभव के पिता विकास गर्ग ने बेटे के अपहरण/लापता होने की रिपोर्ट लिखाई। इस बाबत वजीराबाद थने की पुलिस ने केस दर्ज कर सभी संभावित अंदेशों को ध्यान में रखकर जांच शुरू की।