इंदौर में पकड़ाया फर्जी परीक्षार्थी — दूसरे की जगह परीक्षा देने राजस्थान से आया, फोटो-फिंगरप्रिंट मिसमैच से खुली पोल

कर्मचारी चयन मंडल की संयुक्त परीक्षा में पकड़ा फर्जी परीक्षार्थी

मप्र कर्मचारी चयन मंडल की समूह-5 के अंतर्गत स्टाफ नर्स, एएनएम, पैरामेडिकल स्टाफ एवं समकक्ष पदों के लिए आयोजित संयुक्त परीक्षा में शनिवार को इंदौर में एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़ा गया। राजमोहल्ला स्थित एमबी खालसा कॉलेज सेंटर में अभ्यर्थी पवन रावत के बजाय किसी दूसरे परीक्षार्थी को परीक्षा देते पकड़ा गया। पकड़ाया आरोपी राहुल चौधरी (24) पिता केशाराम निवासी सीकर राजस्थान है। वह मुरैना के जौंरा में रहने वाले पवन (28) पिता असर सिंह रावत की जगह परीक्षा दे रहा था।

जानकारी के अनुसार सेंटर पर भोपाल एग्जाम कंट्रोल से सूचना आई कि बायोमेट्रिक्स अटैंडेंस में उक्त परीक्षार्थी का सिर्फ अंगूठा मैच हाे रहा है। नौ अंगुलियां और फोटो मिस मैच हाे रहे हैं। इसके बाद उक्त परीक्षार्थी पर अलग से निगाह रखने काे कहा गया।

परीक्षा देने के बाद जैसे ही वह उठा, उसे टीम ने पकड़ लिया। सूचना पर पहले से मौजूद उड़नदस्ते ने उसे बंद कमरे में ले जाकर कई सवाल पूछे। इनमें से वह ज्यादातर का जवाब नहीं दे पाया और न ही वह खुद और पिता का मोबाइल नंबर बता पाया। अपने स्कूल का नाम तक नहीं बता सका। शुरू में अड़ने की कोशिश करता रहा, लेकिन सख्ती पर उसने मान लिया कि वह किसी और के बदले परीक्षा देने पहुंचा है। उसे पुलिस काे सौंप दिया गया।

परीक्षा के दौरान तांकझांक कर रहा था, भोपाल एग्जाम कंट्रोल रूम से की गई मॉनिटरिंग

इंदौर में भी यह ऑनलाइन परीक्षा दाे शिफ्ट में हाे रही है। दूसरी शिफ्ट दोपहर 3 से 5 के बीच थी। अभ्यर्थी परीक्षा के दाैरान इधर-उधर तांकझांक कर रहा था। नियमानुसार हर अभ्यर्थी काे सेंटर पर पहुंचने के बाद बायोमेट्रिक्स अटैंडेंस देना होती है। अंगुलियां मैच नहीं हाेने पर एक-एक अंगुली मैच करवाई जाती है। रावत की अंगुलियां मैच नहीं हुई ताे उससे दूसरे हाथ की अंगुलियां भी मैच करवाई गईं, लेकिन वह भी मैच नहीं हुई।

फोटो भी मैच नहीं हुआ। ऐसे में भोपाल स्थित एग्जाम कंट्रोल रूम से भी उसकी मॉनिटरिंग की गई। सेंटर के अधिकारी भोपाल के अफसरों से संपर्क में रहे। इसी दाैरान भोपाल से निर्देश मिले कि इस पर नजर रखी जाए अौर परीक्षा के बाद इससे पूछताछ करें। इसके बाद उड़नदस्ते के सदस्य चरणजीत सिंह हुड्डा, नागेंद्र त्रिपाठी एवं डीएस चौहान पहुंचे। उन्होंने ही परीक्षा खत्म हाेने के बाद उससे पूछताछ की।

जिसकी जगह परीक्षा दी, उस पर भी हाेगी कार्रवाई घटनाक्रम के दाैरान सेंटर प्रबंधन ने फर्जी परीक्षार्थी की परीक्षा सामग्री जब्त कर ली। पुलिस व मंडल अब पवन पर भी एफआईआर कर रहा है, जिसके बदले में यह आरोपी परीक्षा देने पहुंचा था। एक विशेष कमेटी अलग से भी मामले की जांच करेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *