नौकरानी के साथ था ओम पुरी का अफेयर…शादी से ठीक 24 घंटे पहले किया कबूल, पहली पत्नी सीमा कपूर ने किया सनसनीखेज खुलासा

मुंबई। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री (Hindi film Industry) के दिग्गज अभिनेता ओम पुरी (Om Puri) की पहली पत्नी सीमा कपूर एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे कर रही हैं। पहले उन्होंने बताया कि ओम पुरी ने शादी के एक दिन पहले उन्हें बताया था कि उनका मेड के साथ अफेयर था। फिर सीमा ने बताया कि जब वह प्रेग्नेंट थीं तब उन्हें ओम पुरी और नंदिता के अफेयर के बारे में पता चला था। वहीं अब उन्होंने बताया कि नंदिता से शादी करने के बाद ओम पुरी वापस उनकी जिंदगी में आए थे।

सीमा ने सिद्धार्थ कनन को दिए इंटरव्यू में कहा, “उनका कॉल आया मुझे एक रात और उन्होंने मुझसे कहा, ‘सीमा, मुझे माफ करोगी?’ मैंने उनसे पूछा ऐसे क्यों कह रहे हो, क्या हुआ? तो उन्हें बताया गया कि अगले दिन उनका ऑपरेशन है।”

सीमा ने आगे कहा, “उनके साथ सिर्फ उनका सेक्रेटरी था। परिवार कोई भी सदस्य उनके साथ नहीं था। मेरे लिए ये बात थोड़ी अजीब थी। फिर उस फोन कॉल के 2 महीने बाद, पुरी साबह ने फिर से मुझसे मिलना शुरू किया। पहले हम दोस्त की तरह मिलने लगे, फिर चीजें अलग होती गईं, बातें गंभीर होती चली गईं। एक दिन नंदिता अपनी कुछ सहेलियों के साथ लड़ने आ गई।”

गीता ने अपनी कहानी को आगे बढ़ाते हुए कहा, “नंदिता के साथ कुमार सानू की पत्नी भी थी। मैंने सुना है कि वो बहुत ‘तोड़ फोड़’ करती है। पुरी साहब भी घर पर ही थे। सुबह का टाइम था। हमने झांककर देखा तो 3 महारानियां ऊपर आ रही थीं। मैं अंदर गई। मैंने कहा, पुरी साहब, अपन हर लड़ाई लड़ सकते हैं, लेकिन ये लड़ाई नहीं लड़ सकते जिसमें तीन औरतें बाल पकड़ें। तो वो घबरा गए। उन्होंने कहा, अरे सीमा क्या करें? मैंने कहा, क्या करें? आप रुकिए यहां मैं भाग रही हूं। मैंने गाड़ी की चाबी उठाई, सीड़ियाें से ऊपर गई। अपनी छत से दूसरी छत पर छलांग लगाई, नीचे गई और गाड़ी उठाकर सीधा अपनी दोस्त मनीषा के घर चली गई।”

सीमा ने आगे कहा, “फिर हम पुलिस स्टेशन गए। पुलिस ने कहा कि अभी महिला पुलिस नहीं आई है। मैंने कहा, लेडी नहीं आई है तो मैं कैसे लड़ूंगी? 3-3 महिलाएं हैं और मैं ऐसी दुबली पतली। मैं क्या कर पाऊंगी? फिर पुरी साहब आ गए। उनके पीछे-पीछे वो तीन औरतें भी आ गईं। मैंने इनको देखा और कहा, ‘लेडी पुलिस तो यहां है ही नहीं, क्या करें?’ इतने में उन तीनों ने मुझे घेर लिया। मैंने कहा, यार अपन पुलिस स्टेशन में भी सुरक्षित नहीं है। फिर पूरी साहब ने हिम्मत दिखाई और कहा, हाथ नहीं लगाना। वो मुझे बाहर ले गए और बोले, गाड़ी में बैठो।

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