पटना के सिटी SP को मुंबई में जबरन किया होम क्वारंटाइन
सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले की जांच करने मुंबई पहुंचे पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी को 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। मुंबई एयरपोर्ट से बाहर आने के बाद सिटी एसपी ने मामले की जांच कर रहे चारों पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की। छह दिनों में टीम द्वारा की गई जांच और जमा किए गए सबूत की जानकारी ली। टीम के साथ एक संदिग्ध से पूछताछ कर रहे थे। इसी दौरान रात में 11:00 बजे के आसपास मुंबई महानगरपालिका की टीम ने कोरोना वायरस संक्रमण का हवाला देकर सिटी एसपी को क्वारंटाइन का हवाला देकर उनके हाथ पर मुहर लगा दी। एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने इस बात की पुष्टि की है। साथ ही बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने भी सिटी एसपी के हाथ में लगी मुंहर का फोटो ट्वीट किया है।
एयरपोर्ट से ही क्वारंटाइन करने की थी योजना
एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि सभी पहलुओं की जानकारी ली जा रही है। टीम के साथ सिटी एसपी गेस्ट हाउस में हैं। उन्हें आइपीएस मेस भी नहीं उपलब्ध कराया गया है। सूत्रों के अनुसार सिटी एसपी के मुंबई पहुंचने की सूचना स्थानीय प्रशासन को पहले ही मिल गई थी। उन्हें एयरपोर्ट से ही क्वारंटाइन करने की योजना थी। लेकिन, काफी संख्या में मीडिया की मौजूदगी को देखते हुए अंतिम समय में फैसला में बदलाव किया गया। 2015 बैच के आइपीएस विनय रविवार की सुबह पहली फ्लाइट से मुंबई रवाना हुए थे। मुंबई पहुंचते ही वहां के सीनियर अफसर से मुलाकात की और फिर पटना के चार सदस्यीय टीम से अबतक हुई पड़ताल की बाबत जानकारियां हासिल कीं।
शांत स्वभाव के एसपी के नाम कई उपलब्धि
पटना पुलिस की टीम को मुंबई में कई ऐसे सबूत मिले हैं, जिससे जांच का दायरा बढ़ते जा रहा है। हालांकि मुंबई पुलिस के असहयोग के कारण जांच में मुश्किलें भी आ रही हैं। मुंबई पुलिस ने अब तक सीसीटीवी फुटेज, जब्त सामान, मोबाइल और लैपटॉप का डाटा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, फोरेंसिक रिपोर्ट, फिंगर प्रिंट, केस डायरी की कॉपी, पूछताछ का ब्योरा कुछ भी पटना पुलिस को नहीं दिया है। ऐसे में एक ही व्यक्ति द्वारा पटना और मुंबई पुलिस को दिया बयान मेल खा रहा है, या नहीं, यह कहना मुश्किल है। इन सब दिक्कतों को देखते हुए ही जांच टीम का नेतृत्व करने के लिए आइपीएस अधिकारी को भेजने का फैसला बिहार पुलिस ने लिया। सिटी एसपी (मध्य) विनय तिवारी के क्षेत्र में ही राजीव नगर थाना आता है, जहां मामला दर्ज हुआ है। सिटी एसपी और उससे पहले गोपालगंज में सदर एसडीपीओ रहते कई चर्चित मामलों के उद्भेदन में उनकी भूमिका रही है। वह हाल ही में हैदराबाद की नेशनल पुलिस एकेडमी में ट्रेनिंग के लिए भी गए थे।
मुंबई में जांच, पटना में कंट्रोल रूम
फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की सुसाइड के मामले में पटना में पिता केके सिंह द्वारा दर्ज एफआइआर को लेकर जांच के लिए पटना पुलिस की टीम मुंबई गई है। इसके लिए पटना पुलिस के तेजतर्रार अफसरों का सलेक्शन हुआ, फिर वहां जाकर क्या करना है, किन-किन से पूछताछ करनी है, टीम कैसे काम करेगी, किसे बयान दर्ज करना है और किसे सबूत जुटाना है, इसकी फूलप्रूफ तैयारी की गई। इसके बाद उन्हें यहां से कई अन्य दिशानिर्देश देकर रवाना किया गया। मीडिया के सामने क्या बोलना यह भी समझा कर भेजा गया है। इसके बाद आइजी और एसएसपी लगातार टीम के संपर्क में हैं। हर मूवमेंट की जानकारी लेते हैं और कहां चूक हो रही है इससे भी आगाह कर रहे हैं। कुल मिलकर कहें तो पटना पुलिस की टीम मुंबई में भले ही है, लेकिन उनका कंट्रोल रूम पटना में ही है।
पटना पुलिस की करीब 70 फीसद जांच पूरी
पटना पुलिस को मुंबई में करीब छह दिन हो गए हैं। सुशांत के पिता ने जो एफआइआर दर्ज कराई है, उससे जुड़ी करीब 70 फीसद जांच पुलिस ने पूरी कर ली है। पहले चार सदस्यों की टीम दो भागों में बंटकर काम करती थी। अब चारों पुलिस पदाधिकारी अलग दिशा में निकल रहे हैं। इस वजह से सबूत से लेकर बयान तक पटना पुलिस ने जल्दी ही दर्ज कर लिए। इनमें से किसी बिंदु पर मुंबई पुलिस जांच नहीं कर पाई थी।
अपना काम भूल पटना पुलिस पर नजर रख रही मुंबई पुलिस
पटना में पुलिस सूत्रों की मानें तो पटना पुलिस ने जब से मुंबई में जांच शुरू की है, मुंबई पुलिस जो जांच कर रही थी उसमें आगे का स्टेटमेंट लेना ही भूल गई है। पटना पुलिस किस बिंदु पर जांच कर रही है, कहां जा रही है, किससे मिल रही है, इसपर नजर रख रही है। कई जगह तो मुंबई पुलिस सादे लिबास में भी पटना पुलिस के इर्दगिर्द घूम रही है।
क्या है पूरा मामला, जानिए
विदित हो कि बीते 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत मुंबई के अपने फ्लैट में मृत मिले थे। सुसाइड माने गए इस मामले में मुंबई पुलिस की जांच से असंतुष्ट सुशांत के पिता केके सिंह ने पटना में एफआइआर दर्ज करा दी है। इस एफआइआर में उन्होंने बेटे की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती पर धन उगाही, ब्लैकमेल, प्रताड़ना व सुसाइड के लिए उकसाने सहित अनेक गंभीर आरोप लगाए हैं। पटना पुलिस की टीम इसी की जांच के लिए मुुंबई में है।