नई दिल्ली. अमेरिका (US) के राष्ट्रपति (President) डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने एक बार फिर रूस-यूक्रेन (Russia–Ukraine) युद्ध पर बड़ा बयान दिया है. ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन को रूस के साथ युद्धविराम (Armistice) पर कॉम्प्रोमाइज करना होगा. युद्ध गलत दिशा में जा रहा है. रूस के साथ हमारी अच्छी चर्चा हुई है. दरअसल, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की (Zelensky ) ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन में वर्षों से चल रहे युद्ध में संभावित संघर्ष विराम के लिए चल रही वार्ता के हिस्से के रूप में संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए खनिज सौदे पर चर्चा की.
हालांकि जेलेंस्की ने युद्धविराम का विरोध किया और स्पष्ट शब्दों में कहा कि कोई समझौता नहीं करेंगे. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस भी हुई. कीव पोस्ट के अनुसार जेलेंस्की ने ट्रंप युद्ध विराम का विरोध किया और कहा कि हमें सिर्फ युद्ध विराम की जरूरत नहीं है। हमने पहले भी ऐसा किया है. पुतिन ने 25 बार इसका उल्लंघन किया है, जिसमें आपके राष्ट्रपति काल के दौरान भी ये हुआ.
JD Vance and Trump just put Zelensky in his place. Wow. Watch this.
— End Wokeness (@EndWokeness) February 28, 2025
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच ओवल ऑफिस में बहुत ही तीखी बहस हुई. जेलेंस्की ने वेंस से यूक्रेन आने को कहा और वेंस ने उन पर प्रचार यात्रा करने का आरोप लगाया. ट्रंप ने जेलेंस्की से कहा, “अभी आपके पास कार्ड नहीं हैं. आप तीसरे विश्व युद्ध का जुआ खेल रहे हैं.”
राष्ट्रपति ट्रंप ने ओवल ऑफिस में राष्ट्रपति जेलेंस्की की मेजबानी की और घोषणा की कि आज दोपहर (स्थानीय समयानुसार) बाद दुर्लभ खनीजों पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि हम खनीजों को लेने जा रहे हैं और इनका उपयोग हम सभी कामों के लिए करेंगे, जिसमें AI, हथियार और सेना शामिल हैं. यह हमें अच्छी स्थिति में रखता है. मुझे उम्मीद है कि मुझे एक शांतिदूत के रूप में याद किया जाएगा. मैं यह सब जीवन बचाने के लिए कर रहा हूं. इससे तीसरा विश्व युद्ध हो सकता है. यह गलत दिशा में जा रहा था.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यह शांति का मार्ग है. यह किसी समस्या को हल करने का मार्ग है. मुझे लगता है कि इस देश के प्रमुख के रूप में मेरा यह दायित्व है कि मैं ऐसा करूं. यह बहुत बुरा है कि हम इसमें शामिल हो गए, क्योंकि इसमें हमें शामिल नहीं होना चाहिए था और युद्ध नहीं होना चाहिए था.”
बता दें कि यूक्रेन, जो रूस के खिलाफ अपनी लड़ाई के लिए जो बाइडेन के पिछले प्रशासन से अरबों डॉलर के अमेरिकी हथियार, रसद और नैतिक समर्थन हासिल करने में सक्षम था, उसे ट्रंप से विपरीत व्यवहार का सामना करना पड़ा है. ट्रंप प्रशासन तीन साल से चल रहे युद्ध को जल्द ही खत्म करने, रूस के साथ बेहतर संबंध बनाने और यूक्रेन को समर्थन देने में खर्च की गई राशि की वसूली करने में मदद करना चाहता है.
राष्ट्रपति ट्रंप के ऑफिस की तरफ से बयान जारी किया गया. इसमें कहा गया, “समझौते मैं बीच में हूं. मैं इस मामले को हल करना चाहता हूं. मैं इसे हल होते देखना चाहता हूं. हम नाटो के प्रति प्रतिबद्ध हैं, लेकिन नाटो को आगे बढ़ना होगा और यूरोपीय देशों को भी अब तक की तुलना में अधिक आगे बढ़ना होगा.”