ख्य प्रवेश द्वार
आपके घर के मुख्य प्रवेश द्वार से सिर्फ आप और आपके आगंतुक ही भीतर प्रवेश नहीं करते है यहां से सकारात्मक ऊर्जा के रूप में सुख समृद्धि और सफलता भी आपके घर में प्रवेश करती है। प्रवेश द्वार का स्वरूप निर्धारित करता है कि आपके घर में कितनी खुशियां प्रवेश करने वाली है।
बहुत आवश्यक है आपका मुख्य प्रवेश द्वार साफ सुथरा ,आकर्षक और सुंदर हो।
अगर आपके घर में परिजनों के आने-जाने हेतु वैकल्पिक प्रवेश द्वार है और मुख्य द्वार से सिर्फ मेहमान आते जाते हैं तो बहुत जरूरी है कि सुबह शाम प्रतिदिन आप कुछ समय के लिए मुख्य प्रवेश द्वार को भी खुला रखें और स्वयं भी वहां से आना जाना करें।
दिशा में आपके घर का मुख्य प्रवेश द्वार है उस दिशा में स्थित तत्व के साथ उसका संतुलन स्थापित होना बहुत आवश्यक है।
वायु तत्व
आपके घर का मुख्य प्रवेश द्वार अगर पूर्व दिशा की ओर है जरूरी है कि आपके द्वार को सुंदर पौधों से सुसज्जित रखें और हरे या भूरे रंग की वेलकम मैट कर से उस सुसज्जित रखें । विदिशा आपको कुछ सामाजिक संबंध और उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करती है।
जल तत्व
उत्तर दिशा में भी यह प्रयोग दोहरा सकते हैं। यहां संभव हो मुख्य द्वार के सामने water pot भी स्थापित किया जा सकता है जिसमें पानी वाले पौधे/ पुष्प जैसे कमल इत्यादि लगाए जा सके। ये दिशा उत्तम आर्थिक स्थिति हेतु नए अवसर उपलब्ध कराती है ।
आकाश तत्व
पश्चिम दिशा आर्थिक समृद्धि प्रदान करती है, यहां पर सफेद या ग्रे कलर का वेलकम मैट लगाया जा सकता है, मेटल की डिजाइंस से इस मुख्य प्रवेश द्वार को सुसज्जित करना इसे और अधिक सकारात्मक बनाएगा।
अग्नि तत्व
दक्षिण दिशा पद, प्रतिष्ठा और सम्मान दिलाती है, यहां मुख्य द्वार पर लाल रंग की वेलकम मैट सम्मान और प्रसिद्धि में मददगार सिद्ध होगी। लालगंज उसमें लगे लाल पुष्पों के पौधों से इस दिशा की सकारात्मकता बढ़ाने हेतु सुसज्जित किया जा सकता है।
पृथ्वी तत्व
दक्षिण और पश्चिम के बीच की यह दिशा जीवन में स्थायित्व प्रदान करती है, इस दिशा से नकारात्मक और सकारात्मक दोनों ही तरह की ऊर्जा का प्रवेश होता है अतः बहुत आवश्यक है इस दिशा को पीले रंग की अधिकता से सकारात्मक बनाया जाए, गोल्डन या पीले रंग की वेलकम मेट इस दिशा की सकारात्मकता को बढ़ाएगी।
इन सब बातों के अलावा हमेशा सावधानी रखी जानी चाहिए कि मुख्य द्वार के आसपास किसी भी प्रकार का पुराना सामान, खराब वाहन , कांटेदार पौधे, बिजली का कोई उपकरण और नकारात्मकता फैलाने वाली कोई भी वस्तु ना हो।
हर परिस्थिति में मुख्य द्वार के आसपास स्वस्तिक स्थापित करना मुख्य द्वार की सकारात्मकता को बढ़ाता है।
पंकज उपाध्याय