राजस्थान की एक महिला ने राष्ट्रपति से अपने तीन बच्चों के साथ आत्महत्या की इजाजत मांगी है। महिला का कहना है कि उसका पति और ससुराल वाले काफी परेशान करते हैं, इसलिए वह ऐसा कदम उठाने पर मजबूर है। यह पूरा मामला अजमेर के पटेल नगर तोपदड़ा का है यहां एक महिला अपने तीन बच्चों के साथ जिला कलेक्टर कायार्लय पहुंची और उसने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन लिखकर कलेक्टर को सौंपा और आत्महत्या करने की इजाजत मांगी। पीड़िता ने अपने ससुराल वालों पर आरोप लगाया है कि मुझे बच्चों सहित मकान से निकालने की धमकी देते हैं।
महिला का नाम सोनू चौहान है। इसने अपने ज्ञापन में लिखा कि ‘मेरा विवाह 29 जनवरी 2007 को हुआ था। मेरा पति, सास और ननद के कहने पर उसके साथ मारपीट और दहेज की मांग करता था। काफी साल तक इनकी प्रताड़ना और अत्याचार सहती रही। आखिर तंग आकर अपने तीन बच्चों 13 और 9 साल की बेटी और पांच साल के बेटे के साथ चार साल से अलग रह रही हूं। महिला ने आगे लिखा कि उसके ससुरालवाले यहां भी उसे परेशान कर रहे हैं’।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसका पति रोज लड़ाई करता है। पति चाहता है कि वह घर छोड़ कर चली जाए। उसका पति पिछले चौदह सालों से परेशान कर रहा है। उसने कहा कि, ‘मैं नौकरी पर जाऊं, अपने बच्चे पालूं, घर संभालूं, क्या करुं। ऐसी स्थिति में मेरे पास मरने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है’। जिसके बाद उसने फैसला किया कि वो अपने तीनों बच्चों के साथ अपनी जान देना चाहती है. जिसके लिए उसने राष्ट्रपति से इजाजत मांगी है. महिला ने अजमेर के जिला कलेक्टर को अपना ज्ञापन सौंपा और आत्महत्या करने की इजाजत मांगी है.