अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना की वैक्सीन को बड़ी कामयाबी, बंदरों में वायरस रोकने के साथ ही ट्रांसमिशन भी कम किया; दुनिया में 1.68 करोड़ संक्रमित
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प व्हाइट हाउस में ब्रीफिंग के दौरान जवाब देते हुए। हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का बचाव करते हुए उन्होंने कहा है कि यह दवा शुरुआती स्टेज में कारगर है।
दुनियाभर में अब तक 6.63 लाख मौतें हुईं, 1.45 करोड़ लोग ठीक हुए
अमेरिका में 44 लाख से ज्यादा मरीज, अब तक 1.52 लाख लोगों की मौत
दुनिया में कोरोनावायरस से संक्रमण के अब तक 1 करोड़ 68 लाख 93 हजार 293 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 4 लाख 89 हजार 749 ठीक भी हो चुके हैं। वहीं, 6 लाख 63 हजार 465 की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं। अमेरिका की बॉयोटेक कंपनी मॉडर्ना की कोविड-19 वैक्सीन का बंदरों पर पॉजिटिव असर देखा गया है। इस वैक्सीन ने बंदरों की नाक और फेफड़े में संक्रमण को रोक दिया।
वैक्सीन के इस्तेमाल के बाद नाक और फेफड़े में वायरस की कॉपी बनना बंद हो गईं। नाक में वायरस की कॉपी न बनने से वायरस का ट्रांसमिशन नहीं हो पाता। जब ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन का बंदरों पर ट्रायल हुआ था, तब ऐसे नतीजे नहीं आए थे। ऐसे में मॉडर्ना की वैक्सीन को लेकर उम्मीदें और बढ़ गई हैं।
शुरुआती स्टेज में काम करती है हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन: ट्रम्प
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि यह दवा कोरोना के शुरुआती स्टेज में काम करती है। कई मेडिकल वर्कर उनसे सहमत भी है। मई में ट्रम्प ने बताया था कि वे रोज हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन ले रहे हैं। ट्रम्प इसे गेम चेंजर दवा भी बता चुके हैं।
ट्रम्प का कहना है कि कोरोना का टीका तैयार होने पर अमेरिका दूसरे देशों को इसकी सप्लाई कर सकता है। जैसे हमने वेंटिलेटर और अन्य जरूरी चीजें दूसरे देशों को दी थी, वैसे ही हम वैक्सीन भी उन्हें देंगे। अमेरिका में इस साल के आखिर या 2021 की शुरुआत तक टीका तैयार होने की उम्मीद है।