उज्जैन। “शारीरिक संबंध बनाना चाहता हूं”— महिला अफसर का निगम इंजीनियर पर गंभीर आरोप, फोन कॉल्स और वॉट्सऐप पर आपत्तिजनक मैसेज भेजे, मना करने पर कहा — यह मेरा अधिकार – देखें VIDEO

महिला पार्षदों ने अफसर की शिकायत के बाद मेयर को जांच और कार्रवाई के लिए ज्ञापन सौंपा है।

उज्जैन नगर निगम में संविदा पर कार्यरत कार्यपालन यंत्री पीयूष भार्गव पर एक महिला अधिकारी को परेशान करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि भार्गव ने महिला अफसर को फोन कॉल्स और वॉट्सऐप पर आपत्तिजनक मैसेज भेजे। ऑडियो और वॉट्सऐप चैट भी सामने आए हैं

पीड़ित महिला अधिकारी ने निगम आयुक्त आशीष पाठक को शिकायती पत्र सौंपा है। इसके बाद कांग्रेस पार्षद और महिला उत्पीड़न समिति की अध्यक्ष सपना सांखला ने महापौर, निगम अध्यक्ष और संभागायुक्त को ज्ञापन दिया। महापौर मुकेश टटवाल ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वहीं, निगम आयुक्त आशीष पाठक ने कहा-

एक वरिष्ठ महिला अधिकारी को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। जांच एक सप्ताह में पूरी हो जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता संतोष सिंह गौतम ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

महिला अफसर और इंजीनियर की बातचीत कार्यपालन यंत्री: क्या तुम कम्फरटेबल हो?

महिला अधिकारी: आप मुझे इस तरह से मैसेज क्यों कर रहे हैं? यह मेरे लिए ठीक नहीं है। मैं कई बार आपको यह बात कह चुकी हूं।

कार्यपालन यंत्री: मेरा मन कर गया तो कर गया।

महिला अधिकारी: पहले भी मैं आपको यह बात कह चुकी हूं। पता नहीं क्यों, आपको समझ नहीं आ रहा?

कार्यपालन यंत्री: अब नहीं आ रहा समझ तो मैं क्या करूं? तीन दिन हो गए थे, तो चलो, याद आ रही थी, इसलिए कॉल कर लिया।

महिला अधिकारी: ठीक है, सर। बाद में बात करती हूं। अभी हम बस से जा रहे हैं।

महिला और सहयोगी अधिकारी के बीच फोन कॉल सहयोगी अधिकारी: मैडम, वो साइन के लिए भार्गव साहब घर बुला रहे हैं।

महिला अधिकारी: सर, मैं इस वक्त रात के 9 बजे किसी के घर नहीं आ सकती। अगर साइन करवाने हैं तो कोई यहीं आ जाए, मैं साइन कर दूंगी, लेकिन घर नहीं जाऊंगी। वैसे भी आपको मुझे बुलाना नहीं चाहिए। क्यों जाऊं मैं उनके घर? उनका तरीका बिल्कुल गलत है। अगर यह इतना ही अर्जेंट था, तो उन्हें पहले ही ग्रैंड होटल में बताना चाहिए था।

वो सबसे कॉल करवा रहे हैं। क्या उन्हें थोड़ी भी अक्ल नहीं है? मैं हमेशा उनकी हरकतें इग्नोर करती रही हूं, लेकिन अब बहुत ज्यादा हो रहा है। उन्हें खुद सोचना चाहिए कि किसी महिला को इस तरह बुलाना सही है या नहीं। उनका एटीट्यूड बिल्कुल ठीक नहीं है।

सहयोगी अधिकारी: मैं भी बाजार में था, मैं भी पहुंचूंगा।

आरोप- भार्गव ने शारीरिक संबंध बनाने के लिए पूछा महिला अधिकारी ने अपने शिकायती पत्र में लिखा है कि कुछ दिनों से नगर निगम में कार्यरत कार्यपालन यंत्री पीयूष भार्गव द्वारा मुझे लगातार वॉट्सऐप मैसेज, फोन कॉल और आमने-सामने आपत्तिजनक बातें कही जा रही हैं। फोन पर की गई उनकी अनुचित बातचीत का रिकॉर्ड इस शिकायत पत्र के साथ लगा रही हूं।

उन्होंने कई बार कहा है कि मैं तुमसे शारीरिक संबंध बनाना चाहता हूं, तुम कब तैयार हो? मैं तुम्हारा इंतजार करूंगा। कई बार मना करने के बावजूद उनकी बेशर्मी खत्म नहीं हो रही है।

उन्होंने मुझे यह भी कहा कि वह ऐसा करना बंद नहीं करेंगे, क्योंकि यह उनका अधिकार है। वह मुझे लगातार इसी तरह परेशान करते रहेंगे।

कई बार नौकरी से त्यागपत्र देने का विचार कर चुकी महिला अधिकारी ने शिकायत में लिखा कि उनकी हरकतों से मैं अत्यधिक मानसिक तनाव में हूं और कई बार नौकरी से त्यागपत्र देने का विचार कर चुकी हूं। मेरा निजी जीवन भी प्रभावित हो रहा है।

इसलिए मेरा निवेदन है कि इस व्यक्ति की घिनौनी करतूतों को ध्यान में रखते हुए इसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए, ताकि मुझे और नगर निगम में कार्यरत अन्य महिला कर्मचारियों को भय और असुरक्षा के माहौल में काम करने के लिए मजबूर न होना पड़े।

महिला पार्षद बोलीं- अफसर को बर्खास्त करना चाहिए कांग्रेस पार्षद सपना सांखला ने कहा कि नगर निगम का एक जिम्मेदार व्यक्ति, जिसे कई महत्वपूर्ण काम की जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसने असहनीय हरकत की है। वह किसी महिला को कैसे प्रताड़ित कर सकता है? वह उस महिला अधिकारी पर दबाव बनाकर उसे घर बुलाने की कोशिश कर रहे हैं।

पहले से ही उन पर केस चल रहा है, इसके बावजूद उन्हें अभी तक काम पर रखा गया है।

 

मेयर टटवाल बोले- दोषी को बख्शा नहीं जाएगा नगर निगम महापौर मुकेश टेटवाल ने कहा कि मुझे ज्ञापन सौंपा गया है। अगर इस मामले में कोई भी दोषी पाया जाता है, तो कमिश्नर द्वारा जरूरी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, और पूरी जांच करवाई जाएगी। हालांकि, पीड़ित महिला ने अब तक मुझसे कोई व्यक्तिगत शिकायत नहीं की है।

कमिश्नर ने कहा- जांच करवा रहे, उचित कार्रवाई करेंगे नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक ने कहा कि मामला हमारे संज्ञान में आया है। इस संबंध में एक शिकायती आवेदन भी मिला है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों और ‘विशाखा समिति’ के दिशा निर्देशों के अनुसार, हम इसकी जांच करवा रहे हैं और उचित कार्रवाई करेंगे। जांच एक वरिष्ठ महिला अधिकारी को सौंपी गई है।

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