ब्रिटेन से गुजरात लौटे चार लोगों के कोरोना वायरस के नए प्रकार (स्ट्रेन) से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग की एक शीर्ष अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि ब्रिटेन से अहमदाबाद आए 15 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। इनमें नए स्ट्रेन से संक्रमण की पुष्टि करने के लिए उनके नमूने पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) भेजे गए हैं, हालांकि जांच के नतीजे अभी नहीं आए हैं।
राज्य की मुख्य स्वास्थ्य सचिव जयंती रवि ने संवाददाताओं को जानकारी देते हुए बताया कि ब्रिटेन से अहमदाबाद पहुंचने वाले सभी यात्रियों की जांच की गई और जिन लोगों ने कोरोनो वायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था, उनके नमूने एनआईवी को भेजे गए थे। अभी तक चार मामलों में ब्रिटेन के नए स्ट्रेन का पता चला है।
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि ब्रिटेन से आए संक्रमितों का भारत सरकार ने संज्ञान लिया और नए स्ट्रेन का पता लगाने एवं उसे रोकने के लिए एक सक्रिय रणनीति बनाई।
ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक 7 जनवरी तक बढ़ी
सरकार ने ब्रिटेन जाने-आने वाली उड़ानों पर रोक 7 जनवरी तक के लिए बढ़ा दी है। पहले 23 दिसंबर से 31 दिसंबर तक यह रोक लगाई गई थी। इसके अलावा सरकार ने सभी इंटरनेशनल कमर्शियल फ्लाइट्स पर लगा प्रतिबंध 31 जनवरी तक बढ़ा दिया है।
वहीं नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को राहत भरी जानकारी देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच उड़ानें 8 जनवरी से एक बार फिर से शुरू होंगी। उन्होंने कहा कि 23 जनवरी तक दिल्ली, मुंबई, बंगलूरू और हैदराबाद के लिए केवल 15 उड़ानें प्रति सप्ताह तक सीमित रहेंगी।
ब्रिटेन से लौटे संक्रमितों की जीनोम सीक्वेंसिंग जरूरी
कोरोना का नया रूप सामने आने के बाद केंद्र सरकार सावधान हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 9 से 22 दिसंबर के बीच भारत आए विदेश से आए यात्री, जो सिंप्टोमैटिक या संक्रमित पाए गए हैं, उनकी जीनोम सीक्वेंसिंग अनिवार्य होगी।