‘तेरा तुझको अर्पण’ अवतार में ‘मोहन’…
सीएम हाउस में 2 मार्च 2025 को खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत सीएम के साथ संवाद को अन्नदाताओं से साझा करते हुए बता रहे थे कि ‘मंत्री को बाद में पता चल पाता है और मुख्यमंत्री किसानों को पहले ही सब दे देते हैं। मंत्री के पास गेहूं को 2550 रुपए समर्थन मूल्य पर खरीदने की फाइल थी और बालाघाट में मुख्यमंत्री ने 2600 रुपए प्रति क्विंटल में गेहूं खरीदी का ऐलान कर दिया। और चावल पर प्रति हेक्टेयर प्रोत्साहन राशि अभी 2000 रुपए थी। मुख्यमंत्री ने किसानों से पूछा कि कितनी कर दें। किसानों ने कहा 4000, तो मुख्यमंत्री ने चावल पर प्रति हेक्टेयर प्रोत्साहन राशि 4000 रुपए करने की तत्काल घोषणा कर दी। यही नहीं जब मंत्री ने मुख्यमंत्री से कहा कि गेहूं समर्थन मूल्य 2550 प्रस्तावित था, आपने 50 रुपए ज्यादा में लेने की घोषणा कर दी। तब सीएम बोले कि जो कह दिया, अन्नदाताओं को वही राशि देंगे।’
पूरा वाकया यही साबित कर रहा है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश के किसानों के लिए ‘तेरा तुझको अर्पण’ अवतार में सामने आ चुके हैं। और जब 2 मार्च 2025 को सीएम हाउस में मध्यप्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के पदाधिकारी मोहन यादव का स्वागत करने पहुंचे, तब एक बार फिर सीएम ने घोषणाओं का अंबार लगा दिया। घोषणाएं ही नहीं बल्कि उनके क्रियान्वयन की बात ही कह दी।किसानों को अब पांच रुपये में बिजली का स्थाई कनेक्शन मिलेगा। तीन साल में किसानों को 30 लाख सोलर पंप उपलब्ध कराए जाएंगे। किसानों द्वारा सौर ऊर्जा से उत्पादित बिजली नगद खरीदी जाएगी। किसानों की आय बढ़ाने और उनका जीवन बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास जारी रहेगा। जिला स्तर पर विभिन्न कृषि मेले लगेंगे। तो मुख्यमंत्री ने कृषकों को खेती को बेहतर बनाने, नवीन तकनीक अपनाने और अपने बच्चों का भविष्य बेहतर बनाने का संकल्प भी दिला दिया। इसका श्रेय प्रधानमंत्री को देते हुए यह भी बताया कि यह कल्याणकारी योजनाएं प्रधानमंत्री मोदी के किसानों के प्रति प्रेमभाव का प्रकटीकरण हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि किसानों को अब 5 रुपये में बिजली का स्थाई कनेक्शन उपलब्ध कराया जाएगा। मध्य क्षेत्र को यह व्यवस्था तत्काल आरंभ करने के निर्देश देते हुए, मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि चरणबद्ध रूप से पूरे प्रदेश में किसानों को यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि यह किसानों की सरकार है। उनका जीवन बेहतर बनाने के लिए हर संभव कार्य किए जाएंगे। राज्य सरकार सोलर पंप के माध्यम से किसानों को बिजली उत्पादन में भी आत्म-निर्भर बनाएगी। अगले तीन वर्ष में किसानों को 30 लाख सोलर पंप उपलब्ध कराकर, किसानों को बिजली बिल से मुक्ति दिलाएगी। प्रतिवर्ष 10-10 लाख कनेक्शन दिए जाएंगे। किसानों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही किसानों द्वारा सौर ऊर्जा से उत्पादित बिजली खरीद कर उन्हें नगद भुगतान किया जाएगा। सिंचाई के लिए केन-बेतवा, चंबल-कालीसिंध के बाद प्रदेश में महाराष्ट्र के सहयोग से ताप्ती नदी पर तीसरी नदी जोड़ो परियोजना आरंभ होने की घोषणा भी मोहन यादव ने कर दी। किसानों की आय बढ़ाने के लिए गेहूँ और धान पर दिए जा रहे प्रोत्साहन के समान ही दुग्ध उत्पादन पर भी प्रोत्साहन स्वरूप बोनस प्रदान किया जाएगा। दस से अधिक गाय पालने वालों को अनुदान दिया जाएगा। गांव-गांव में गोपालन और दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहन देने के लिए अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा। गौ-शाला चलाने वालों को प्रति गाय 20 रुपये के स्थान पर 40 रुपये का अनुदान देकर गौ-शालाओं को सक्षम बनाया जाएगा। बेसहारा, अशक्त और वृद्ध गौ-माताओं के आश्रय के लिए भोपाल सहित सभी बड़ी नगर निगमों में 10 हजार क्षमता की गौ-शालाएं बनाई जाएगी। आने वाले समय में उन्नत कृषि यंत्र, उन्नत बीज और कृषि व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए जिला स्तर पर कृषि मेले लगाए जाएंगे। वर्तमान समय की आवश्यकता के अनुसार वैश्विक स्तर पर उपलब्ध श्रेष्ठतम बीज किसानों को उपलब्ध कराए जाएंगे। कृषक अन्नदाता ही नहीं, अपितु जीवन दाता है। यह किसानों की सरकार है। तो खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि किसान मोर्चा द्वारा मुख्यमंत्री डॉ. यादव का आभार व्यक्त करने का निर्णय सराहनीय है। इस ऐतिहासिक फैसले से किसान परिवारों में प्रसन्नता का संचार हुआ। भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष दर्शन सिंह चौधरी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को किसानों का सच्चा हितैषी बताया।
दृश्य यही था कि विष्णु, गोविंद, दर्शन के साथ ही मानो पूरा वातावरण जैसे यही गवाही दे रहे थे कि डॉ. मोहन यादव अन्नदाताओं के लिए ‘तेरा तुझको अर्पण’ अवतार में हैं। तो उम्मीद यही कि किसानों की आय में इजाफा होगा। खास तौर से छोटी जोत वाले किसानों का जीवन सम्मानजनक हो सकेगा। इनके परिवारों में खुशहाली आ सकेगी। और किसान तब ही भगवान की तरफ देखकर मुस्कुराकर कह सकेगा कि दिन-रात पसीना बहाना अब सार्थक लग रहा है प्रभु…और तब भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था एक बार फिर आत्मनिर्भर भारत का आधार बन सकेगी…।
कौशल किशोर चतुर्वेदी
कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। दो पुस्तकों “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।
वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।