सुरेंद्र कुशवाहा। – फाइल
भोपाल सेंट्रल जेल के गेट पर सांची पार्लर के पास युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। घटना शुक्रवार शाम 6 बजे की है। दो गुटों में मारपीट और चाकूबाजी हुई। एक गुट के दो युवकों को गंभीर चोट आने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से देर रात एक की मौत हो गई।
जिस युवक की मौत हुई, वह अपने दोस्तों के साथ दोस्त के भाई को पेरोल खत्म होने पर जेल तक छोड़ने आया था। पुलिस ने देर रात चार आरोपियों पर केस दर्ज किया है।
जेल कैम्पस से बाहर आते ही चार आरोपियों ने हमला किया
एडिशनल डीसीपी जोन-4, मलकीत सिंह ने बताया कि मर्डर केस में सतीश खरे को जेल हो चुकी है। वह एक महीने से पेरोल पर था। शुक्रवार को पेरोल खत्म होने पर विकास वर्मा, दोस्त ईशु खरे के साथ बड़े भाई सतीश को जेल छोड़ने गया था। रास्ते में पंचशील नगर निवासी सुरेंद्र कुशवाहा (27) भी मिल गया।
सतीश खरे को जेल छोड़ने के बाद तीनों जेल कैम्पस से बाहर निकले, तभी संदेश नरवारे, आकाश भदौरिया, छोटा चेतन उर्फ फैजल और दीपांशु सेन ने चाकू से हमला कर दिया। दोनों गुट भिड़ गए।
सुरेंद्र की जांघ में चाकू लगा, जबकि विकास वर्मा के हाथ में चाकू लगा। दोनों घायलों को सबसे पहले श्रद्धा अस्पताल ले जाया गया। इतने में सुरेंद्र की हालत गंभीर होने पर उसे एम्स ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सुरेंद्र कुशवाहा पंचशील नगर का रहने वाला था।
पुलिस पहुंचने से पहले घायल को ले गए थे साथी
बताया जा रहा है कि झगड़े की सूचना जेल स्टाफ ने पुलिस को दी थी। इससे पहले ही सुरेंद्र और विकास को उसके साथी कार से पहले हमीदिया अस्पताल, फिर एम्स अस्पताल लेकर पहुंचे। विकास वर्मा को हजेला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। गांधीनगर थाना पुलिस आरोपी संदेश नरवारे, आकाश भदौरिया, छोटा चेतन उर्फ फैजल और दीपांशु सेन को तलाश रही है। विक्रम के भाई सतीश ने जिसकी हत्या की थी, चारों आरोपी उसी के गैंग के हैं।
जान बचाने के लिए जेल गेट की ओर भागा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हमले के दौरान सुरेंद्र दौड़ता हुआ सेंट्रल जेल के गेट नंबर 2 के सामने पहुंचा। बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़ा। हालांकि, कोई कुछ कर पाता, इससे पहले ही उसके साथी उसे कार से अस्पताल ले गए।