इंदौर नगर निगम ने प्रदेश का पहला फास्टैग आधारित पार्किंग मैनेजमेंट सिस्टम लांच कर दिया है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सुभाष चौक में स्मार्ट पार्किंग डिजिटल बूम का शुभारंभ किया है। इससे स्मार्ट पार्किंग सिस्टम के जरिए गाड़ी में बैठे-बैठे ही फास्टैग के माध्यम से पार्किंग शुल्क (Parking Fee) का भुगतान हो जाएगा। साथ ही पार्क+ मोबाइल एप भी लांच किया गया, जिसे डाउनलोड कर शहर के पार्किंग स्थल पर वर्तमान में कितने वाहन पार्क हो सकते हैं, कितनी जगह शेष है की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
भारत के सबसे स्वच्छ शहर अब स्मार्ट पार्किंग लांच करने वाला मध्य प्रदेश का पहला शहर बन गया है। सोमवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने निगम द्वारा प्रदेश में पहली बार इंदौर शहर में स्मार्ट पार्किंग डिजिटल सिस्टम के तहत सुभाष चौक राजबाड़ा मल्टीलेवल पार्किंग में पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर डिजिटल बूम बेरियर का शुभारंभ किया। परिषद सदस्य निरंजनसिंह चौहान, राकेश जैन, अभिषेक शर्मा, पार्षद प्रतिनिधि पेढांरकर इस दौरान मौजूद थे।
महापौर भार्गव ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री के डिजिटल भारत की तर्ज पर मध्यप्रदेश में पहली बार फास्टैग आधारित मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से कार मालिक अब एप के जरिए आज से इंदौर में सुभाष चौक, मल्टी लेवल पार्किंग भुगतान के लिए अपनी कार के फास्टैग का उपयोग कर सकते हैं। मल्टीलेवल पार्किंग में राजबाड़ा, सुभाष चौक, सराफा, खजूरी बाजार व आसपास के व्यापारियों के साथ ही बाजार में आने वाले नागरिकों को सुविधा होगी। साथ ही इसके लिए एक मोबाइल एप पार्क प्लस डाउनलोड कर शहर पार्किंग स्थल पर वर्तमान में कितने वाहन पार्क हो सकते है, कितनी जगह शेष है की भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इसके सफल होने पर इंदौर के अन्य पार्किंग स्थानों पर भी उक्त डिजिटल बूम बेरियर लगाए जाएंगे। साथ ही क्षेत्रीय व्यापारियों के लिए पार्किंग व्यवस्था के लिए मासिक पास बनाए जाने पर भी विचार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सुभाष चौक मल्टीलेवल पार्किंग में फास्टैग आधारित पार्किंग सिस्टम के माध्यम से सुविधा बढ़ेगी। इसमें किसी भी व्यक्ति का हस्तक्षेप नहीं होगा, सीधे फास्टैग से पार्किंग शुल्क कट जाएगा। स्मार्ट पार्किंग सेवाओं को इंदौर में लाने नगर निगम के साथ पार्क+ यूजर्स को एक बेहतर अनुभव देने के लिए साझेदारी करते हुए, यह डिजिटल बूम बेरियर लगाया गया है। आमतौर पार्किंग स्थल ढूंढने वाले लोगों के लिए कई बार परेशानियों से भरा अनुभव होता है। पार्किंग ढूंढने की मुश्किल को आसान बनाना के उददेश्य से पार्क + एप डाउनलोड करने के साथ इंदौरवासियों को अपने फास्टैग को रिचार्ज भी कर सकते हैं।
सामान्य प्रशासन प्रभारी नंदकिशोर पहाड़िया ने बताया कि इंदौर शहर के पहलवानों को मेट कुश्ती पर कुश्ती दंगल प्रतियोगिता को बढ़ावा देने के साथ ही महापौर कुश्ती प्रतियोगिता के लिए बैठक आयोजित की गई थी। महापौर सभाकक्ष में हुई बैठक में महापौर पुष्यमित्र भार्गव के साथ शहर के विभिन्न अखाड़ा प्रबंधक व पहलवान शामिल थे।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि जब मैं छोटा था, तो अखबारों में महापौर केसरी कुश्ती प्रतियोगिता के बारे में पढ़ता था, और मैंने देखा कि अन्य खेलों की तरह ही इंदौर में कुश्ती के लिए बड़ी संख्या में पहलवान व खिलाड़ी हैं, जो कि मिट्टी में कुश्ती दंगल करते हैं, लेकिन समय बदल गया है अब मेट पर कुश्ती का चलन है, क्योंकि इंटरनेशनल लेवल पर आयोजित कुश्ती प्रतियोगिता में मेट पर कुश्ती खेली जाती है। महापौर ने कहा कि इंदौर जिस प्रकार से स्वच्छता में लगातार ख्याती प्राप्त कर रहा है, उसी प्रकार से कुश्ती के क्षेत्र में भी अपनी अलग एक पहचान बनाए, इसके लिए जरूरी है कि इंदौर के पहलवान ओलम्पिक में मेडल लाने की तैयारी करें और मेट पर कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए।
सामान्य प्रशासन प्रभारी नंदकिशोर पहाड़ि या ने कहा कि महापौर जी की अनुशंसा पर इंदौर नगर निगम द्वारा महापौर केशरी कुश्ती प्रतियोगिता के लिए निगम के बजट में 25 लाख का प्रावधान किया गया है, और हमारा प्रयास है कि अगले वित्तीय वर्ष में इस बजट मद को बढाया जाए। मिट्टी व मेट पर कुश्ती प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, ताकि इंदौर के पहलवानो को देश व विदेश में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने के लिये तैयार किया जा सके।