भिंड में कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव और विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह के बीच विवाद अब थाने पहुंच गया है। आपस में हुई बहस के चार दिन बाद दोनों ने कोतवाली में लिखित शिकायतें दर्ज कराई हैं। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतें लेकर सीनियर अफसरों को भेज दी हैं। पुलिस उनके निर्देश पर ही आगे की कार्रवाई करेगी।
रविवार शाम थाने में दी शिकायत में कलेक्टर कुशवाह ने विधायक पर फोन छीनने, अपशब्द कहने समेत कई आरोप लगाए हैं। वहीं, देर रात विधायक ने भी थाने में आवेदन देकर उंगली दिखाकर धमकाने और हत्या कराने की धमकी देने की बात कही है।
दरअसल, 27 अगस्त को विधायक कुशवाह खाद समस्या को लेकर समर्थकों संग कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के निवास पर पहुंचे थे। उस समय कलेक्टर स्वास्थ्य खराब होने के कारण आराम कर रहे थे। विधायक और उनके समर्थकों के आने की सूचना पर कलेक्टर गेट तक आए।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बातचीत जल्द ही बहस में बदल गई। विधायक ने कलेक्टर को हाथ से पीछे किया। इस पर कलेक्टर गुस्से में आकर उंगली दिखाते हुए ‘औकात’ शब्द का इस्तेमाल कर बैठे। इस पर विधायक भड़क गए और अपशब्द कहते हुए मारपीट पर आमादा हो गए। इसी दौरान कलेक्टर ने कहा- मैं रेत की चोरी नहीं चलने दूंगा। जवाब में विधायक ने कहा- तू सबसे बड़ा चोर है।

गार्ड्स ने किया था बीच-बचाव विधायक ने मुक्का बांधते हुए हाथ ऊपर उठाया। इस पर दोनों पक्षों के गार्ड्स ने बीच-बचाव किया। होमगार्ड का जवान भी मौके पर पहुंचा और विधायक से कहा- रहने दीजिए। इसके बावजूद विधायक दांत पीसते हुए आगे बढ़े लेकिन गार्ड्स ने उन्हें रोक दिया।
गेट पर धक्का-मुक्की, नारेबाजी भी विधायक कुशवाह का पारा सातवें आसमान पर था। उनके गार्ड्स ने शांत करने की कोशिश करते हुए- भाई साहब, बैठकर बातचीत कर लीजिए। इसके बाद कलेक्टर अंदर चले गए और गार्ड्स ने गेट बंद कर दिया।

विधायक और कलेक्टर के बीच खाद संकट पर हुई बहस अवैध रेत परिवहन तक पहुंच गई थी।
मोबाइल छीना, 40 से ज्यादा मिस कॉल
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जब दोनों आमने-सामने थे, तभी विधायक ने कलेक्टर का मोबाइल छीन लिया। कलेक्टर उस वक्त विधायक की हरकत का वीडियो बनाना चाह रहे थे। करीब चार घंटे तक मोबाइल विधायक के पास ही रहा। इस दौरान 40 से ज्यादा कॉल आए लेकिन रिसीव नहीं हुए
घटना मीडिया में आते ही लोग लगातार कलेक्टर से संपर्क करने की कोशिश करने लगे। जिले के सत्ताधारी दल के एक विधायक ने 8 बार, पूर्व मंत्री ने 4-5 बार, पार्टी पदाधिकारियों ने 3-4 बार फोन मिलाया। प्रदेश के एक बड़े नेता का कॉल भी आया। प्रशासनिक अफसर भी लगातार संपर्क साधते रहे
इसी बीच वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का फोन कलेक्टर के मोबाइल पर आया, जिसे किसी और ने रिसीव किया। आखिरकार दोपहर करीब 3 बजे कोतवाली पुलिस के माध्यम से मोबाइल कलेक्टर को लौटाया गया।

विधायक ने दिया धरना, भोपाल में लगी क्लास घटना के बाद विधायक अपने समर्थकों संग 4-5 घंटे तक कलेक्टर बंगले पर धरने पर बैठे रहे। पुलिस अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। मुख्यमंत्री निवास से आए फोन पर विधायक की नाराजगी दूर हुई और वे वहां से उठे।
दो दिन बाद विधायक भोपाल पहुंचे, जहां बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल समेत अन्य नेताओं ने उन्हें कड़ा संदेश दिया। संगठन की मर्यादा और कायदों में रहने की नसीहत दी गई। इसके बाद विधायक ने सीएम डॉ. मोहन यादव से मुलाकात कर भिंड वापसी की

आईएएस एसोसिएशन ने भी जताया विरोध मामले पर आईएएस एसोसिएशन ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए प्रमुख सचिव से मुलाकात की। भिंड में कार्यरत रह चुके आईएएस अधिकारी इलैया राजा टी और रश्मि अरुण शमी समेत कई अधिकारियों ने अपनी राय रखी। इसके बाद एसोसिएशन ने आधिकारिक विरोध दर्ज किया।