बैढ़न थाना प्रभारी के चैंबर में ASI ने सबके सामने अपनी वर्दी फाड़ दी।
सिंगरौली जिले में एक ASI (असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर) का वर्दी फाड़ने और टोपी-बेल्ट फेंकने का वीडियो सामने आया है। CCTV वीडियो 2 फरवरी 2024 का बताया जा रहा है, जो थाना प्रभारी के चैंबर का है। यहां नगर निगम के अधिकारी, तत्कालीन थाना प्रभारी और एसआई समेत कई लोग बैठे दिख रहे हैं।
ASI विनोद मिश्रा बैढ़न थाने में पदस्थ हैं। बताया जा रहा है कि 2 फरवरी की शाम उनके आवास के पास नाली के विवाद को लेकर थाना प्रभारी के चैंबर में बातचीत हो रही थी। सभी लोग चाय पी रहे थे। इसी बीच बातचीत के दौरान विनोद मिश्रा उठकर अपनी वर्दी फाड़ने लगते हैं।
पहले घटनाक्रम की 3 तस्वीरें देखिए…
सात महीने बाद सामने आया वीडियो
बैढ़न थाना प्रभारी के चैंबर में लगे CCTV कैमरे का यह वीडियो 7 महीने बाद सामने आया है। इसे लेकर कांग्रेस प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल भी उठा रही है।
ASI मिश्रा बोले- भाजपा नेता दे रहे थे वर्दी उतरवाने की धमकी
एएसआई विनोद मिश्रा ने दैनिक भास्कर को बताया कि उस दिन चैंबर में भाजपा नेता और पार्षद पति अर्जुन दास गुप्ता बैठे थे। उन्होंने थाना प्रभारी के सामने ही मुझे वर्दी उतरवा देने की धमकी दी। ये सुनकर मेरा बीपी बढ़ गया था। इस दौरान मुझे कुछ नहीं सूझा और मैंने वर्दी उतार दी।
घर के सामने से निकल रही नाली को लेकर विवाद
विनोद मिश्रा ने यह भी बताया कि भाजपा नेता अर्जुन दास गुप्ता, पड़ोसी मनोज पांडेय और हरीश चौधरी मुझसे रंजिश रखते हैं। विवाद सिर्फ घर के सामने से निकल रही सड़क और नाली को लेकर है। इसे लेकर कई बार न सिर्फ थाने में शिकायत हुई, बल्कि तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के पास भी शिकायत की गई थी।
उन्हाेंने बताया कि जांच के बाद भी नगर निगम अमला यह खुद मानता है कि वहां न मैंने कोई अतिक्रमण किया है, और न ही अब वहां किसी नाली की जरूरत है। इसके बाद भी रंजिश के चलते और भाजपा नेता के दबाव में मुझसे विवाद किया गया।
भाजपा नेता बोले- मैंने धमकी नहीं दी, ASI ने खुद वर्दी फाड़ी
इस मामले पर भाजपा नेता अर्जुन दास गुप्ता ने दैनिक भास्कर को बताया कि जहां पर विनोद मिश्रा का घर है, वहां नाली और सड़क निर्माण होना है। इस मामले को लेकर थाना प्रभारी के चैंबर में बातचीत चल रही थी। इस दौरान विनोद मिश्रा ने अचानक आवेश में आकर खुद ही अपनी वर्दी फाड़ दी। मैंने उन्हें किसी भी तरह की कोई धमकी नहीं दी।
गुप्ता ने यह भी बताया कि विवाद के दूसरे दिन ASI विनोद मिश्रा ने मुझ पर वर्दी फाड़ने का आरोप लगाया और अस्पताल में भर्ती हो गए थे। अब CCTV फुटेज सामने आने के बाद यह साबित हो गया कि उन्होंने अपनी वर्दी खुद ही फाड़ी थी।
तत्कालीन TI ने कहा- पुलिस का कोई झगड़ा नहीं था
इस मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी रहे सुदेश तिवारी ने बताया कि इसमें पुलिस का कोई झगड़ा नहीं था। झगड़ा विनोद मिश्रा और भाजपा नेता के बीच चल रहा था। इस पर समझाइश देने के लिए मैंने सबको चैंबर में बुलाया था। मुझे पूरा तो नहीं याद है, लेकिन अर्जुन दास गुप्ता ने कुछ कहा, जिसके बादविनोद मिश्रा हाइपर हो गए और अपनी वर्दी फाड़ने लगे।
इसके बाद उनकी तबीयत कुछ ज्यादा खराब हो गई, तो उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इससे पहले विनोद मिश्रा कई बार मुझसे कह चुके थे की अर्जुन दास उन्हें लगातार धमकी दे रहे हैं। पर उस समय यह नहीं लगा था कि बात इतनी गंभीर हो जाएगी।
वर्दी फाड़ने के बाद क्या हुआ था?
2 फरवरी को टीआई के चैंबर में वर्दी फाड़ने के फौरन बाद ASI विनोद मिश्रा एक निजी अस्पताल में भर्ती हो गए थे। उन्होंने उस समय कहा था कि भाजपा नेता अर्जुन दास गुप्ता ने उनकी वर्दी फाड़ी है। वीडियो सामने आने के बाद मामला पलट गया।
एसपी ने कहा- वर्दी के अपमान पर वेतन वृद्धि रोकी थी
मामले में एसपी निवेदिता गुप्ता ने कहा कि यह वीडियो 7-8 महीने पुराना है। जब मैंने यहां जॉइन किया था, तभी यह संज्ञान में आया था। उसी समय जांच के बाद ASI मिश्रा को दंडित भी कर चुके हैं। वर्दी का अपमान करने पर उनकी वेतन वृद्धि रोकी गई थी। DSP की जांच में इनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्या और पुराने विवाद की जानकारी भी मिली थी। इसकी तथ्यात्मक जांच की जाएगी कि थाने के CCTV फुटेज बाहर कैसे गए।
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