मंदसौर के पिपलिया मंडी में हनी ट्रैप का एक अजब गजब मामला सामने आया है जहां पति-पत्नी दोनों मिलकर लोगों को शिकार बनाते और ब्लैकमेलिंग कर रुपए लेते थे मूल रूप से #देवास के रहने वाले रंजू तिवारी (32) और उसके पति हरीश पिता दुर्गाशंकर तिवारी (35) ने इस तरह 15 लोगों को अपने जाल में फंसा कर 10 लाख रुपए ऐंठ लिए एक कांस्टेबल को जब शिकार बनाया और उससे भी पैसे वसूल लिए तो इनकी करतूत की पोल खुली।
रंजू तिवारी परिचितों को घर बुलाती उनसे नजदीकियां बढ़ाती और फिर चुपके से वीडियो बना लेती वीडियो बनाने के बाद ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू होता और डरा चमकाकर पति-पत्नी दोनों मिलकर पैसे लूटते थे ।
पुलिसकर्मी, चाट वाले, सपेरे, व्यापारी, किसान सभी लोगों को इन्होंने अपना शिकार बनाया और करीब 15 लाख रुपए इन लोगों ने ब्लैकमेलिंग कर ले लिए, पुलिस ने दोनों पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है चार लोगों ने अभी तक इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है । इनके मोबाइल से कई वीडियो मिले है
आरोपी हरीश तिवारी और उसकी पत्नी रंजू तिवारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
नीमच पुलिस लाइन में पदस्थ एक कॉन्स्टेबल हनी ट्रैप में फंस गया। कॉन्स्टेबल ने इसकी शिकायत मंदसौर के पिपलिया मंडी चौकी में की है। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी महिला और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी रंजू तिवारी ने कॉन्स्टेबल गोपाल मालवीय को घर बुलाया। इसके बाद रेप के झूठे केस में फंसाने और बदनाम करने की धमकी देकर 1.70 लाख रुपए ऐंठ लिए। कॉन्स्टेबल ने 31 मई को पिपलिया मंडी चौकी में शिकायती आवेदन दिया था।
गोपाल ने पुलिस को शिकायत में बताया कि रंजू तिवारी को वह डेढ़ साल से जानता है। 16 जनवरी 2024 को रंजू ने उसे यह कहकर घर बुलाया कि उसका पति शराब पीकर मारपीट करता है और उसे समझाना है। जैसे ही महिला के घर पहुंचा, उसके पति ने अनुचित आरोप लगाते हुए रुपए मांगे। रेप केस में फंसाने की धमकी दी। 12 अप्रैल 2025 को कॉन्स्टेबल ने महिला को एक लाख रुपए कैश दिए। कॉन्स्टेबल ने इसका वीडियो बना लिया।
कॉन्स्टेबल बोला- बदनामी के डर से दिए रुपए बदनामी के डर से कॉन्स्टेबल ने आरोपी महिला को 1 लाख रुपए नकद और 70 हजार रुपए यूपीआई के माध्यम से ट्रांसफर कर दिए। बाद में परेशान होकर उसने थाने में शिकायत दर्ज कराई। जांच के बाद पुलिस ने सोमवार रात दोनों आरोपियों पर केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी महिला के मोबाइल में मिले कई ट्रांजैक्शन पिपलिया मंडी चौकी प्रभारी धर्मेश यादव ने बताया कि कॉन्स्टेबल की शिकायत पर कार्रवाई की गई है। जांच में सामने आया कि आरोपी रंजू तिवारी ने पति से मारपीट का बहाना बनाकर कॉन्स्टेबल को घर बुलाया था। आरोपी महिला पहले भी इस तरह की वारदात कर चुकी है।
पुलिस को महिला के मोबाइल से कई बैंक ट्रांजैक्शन मिले हैं। पता लगाया जा रहा है कि इससे पहले उसने किन लोगों को शिकार बनाया। महिला परिचितों को घर बुलाकर अचानक से नजदीकियां बढ़ाकर शिकार बनाती और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करती थी। इसके बाद पति रुपए वसूलता था।
कॉन्स्टेबल ने पुलिस को आरोपियों से चैटिंग के स्क्रीनशॉट दिए।
डेढ़ साल से थी दोनों की जान-पहचान जानकारी के अनुसार, कॉन्स्टेबल और महिला की दोस्ती करीब डेढ़ साल पुरानी थी। कॉन्स्टेबल शादीशुदा है। आरोपी दंपती देवास के रहने वाले हैं, लेकिन कुछ समय से लूनाहेड़ा में रह रहे थे।