कूनो नेशनल पार्क में रविवार को हुई चीते उदय की अचानक मौत का कारण हृदयाघात होना बताया जा रहा है। जबलपुर और भोपाल के साथ स्थानीय डाक्टरों की संयुक्त टीम ने सोमवार को तीन घंटे तक उसके शव का पोस्टमार्टम किया। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) जेएस चौहान के अनुसार अब तक के अनुमान के मुताबिक मौत की वजह हृदयाघात है। ये क्यों हुआ, यह लैब जांच के बाद पता चलेगा। सैंपल जांच के लिए भोपाल स्थित लैब भेजे गए हैं। देर रात इसकी रिपोर्ट आ सकती है।
रविवार को अचानक हुई नर चीता उदय की मौत:-बता दें कि दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों में से एक चीता उदय (उम्र छह वर्ष) की रविवार को अचानक मौत हो गई। सोमवार को भोपाल वन विहार के पशु चिकित्सक अतुल गुप्ता, जबलपुर वेटरनरी यूनिर्विसिटी के चिकित्सक कूनो नेशनल पार्क पहुंचे। सुबह 10.30 बजे डा. अतुल गुप्ता के नेतृत्व में डा. सनत, डा. जितेंद्र जाटव सहित पांच चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम शुरू किया।
पोस्टमार्टम के बाद कूनो वन मंडल के डीएफओ पीके वर्मा सहित डाक्टरों की देखरेख में चीते के शव को कूनो नेशनल पार्क में दफना दिया गया। इसके पहले 27 मार्च को मादा चीता साशा की मौत के बाद उसे भी इसी जगह दफनाया गया था। बताया जाता है कि डाक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम के बाद जो प्राथमिक रिपोर्ट तैयार की है, उसे केंद्रीय वन मंत्रालय को भी भेजा जाएगा।