इंदौर। सुपर कॉरिडोर पर बढ़ते अपराध, लोगो में खौफ, हर माह 30 से ज्यादा लूट-चोरी; रात में यहा घूमते रहते हैं बाइक सवार लुटेरे, नशेड़ी

सुपर कॉरिडोर अब क्राइम कॉरिडोर बन चुका है। यहां देश की तीन नामी आईटी कंपनियां, कॉलेज और आसपास की 40 से ज्यादा कॉलोनियों के लोगों की आवाजाही है। तीन थानों की सीमा आती है, लेकिन सुरक्षा नहीं है। इसलिए लूट, चोरी और एक्सीडेंट लगभग हर दिन हो रहे।

गांधी नगर चौराहे से लवकुश चौराहे के 11 किमी के रूट पर अंधेरा होते ही ज्यादातर लोगों ने निकलना बंद कर दिया है। कारण यह कि रात में पुलिस की जगह ज्यादातर बाइक सवार लुटेरे, नशेड़ी और बदमाश घूमते रहते हैं। शहर के एक बड़े इलाके को एयरपोर्ट से सीधे कनेक्ट करने वाली सड़क पर पुलिस ने आज तक कैमरे नहीं लगाए। यहां मेट्रो के निर्माण के कारण आधे से ज्यादा रूट को सर्विस रोड पर डायवर्ट कर रखा है। कुछ हिस्सों में रात में अंधेरा रहता है। सर्विस रोड भी कुछ स्थानों पर जर्जर है। डायवर्शन के पॉइंट पर मार्किंग नहीं है। स्पीड ब्रेकर भी तय मापदंड से नहीं बने हैं।

जोन-1 के दोनों थानों में अकसर उलझती है जनता

लवकुश चौराहे से रेलवे ओवर ब्रिज तक का हिस्सा बाणगंगा थाने में आता है। इसके बाद एरोड्रम और गांधीनगर थाने की सीमाएं लगती हैं, जो जोन-1 के अंतर्गत आती हैं। सबसे ज्यादा जनता को ये दो ही थाने वाले उलझाते हैं और अपनी सीमा न होने का हवाला देते हैं।

लूट को भी चोरी बता दिया

बीटेक छात्र नैतिक ने बताया रात 8.30 बजे साइकिल से दोस्त को किताब देकर लौट रहा था। बोहरा कॉलोनी के पास बाइक सवार तीन बदमाशों ने चाकू अड़ाकर मोबाइल छीन लिया। पुलिस ने लूट की जगह चोरी की रिपोर्ट लिखी।

ममता शर्मा ने बताया 21 जुलाई 2019 की रात बदमाशों ने पर्स लूटा। मुझे एक्टिवा से गिरा दिया। दो दिन तक बाणगंगा और एरोड्रम थानों पर भटकते रहे। अब मुझे इस रूट पर रात 8 बजे बाद जाने से डर लगता है।

संजीव द्विवेदी ने बताया मेरी कंपनी के हवाले मेट्रो प्रोजेक्ट के सामान की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। गांधी नगर से विजय नगर तक के बीच में हमारे प्रोजेक्ट में बैटरी, प्लेट समेत कई सामान चोरी हुआ, पर रिपोर्ट नहीं लिखी।

जल्द ही नया थाना खुलेगा

सुपर कॉरिडोर पर हमारा एक थाना प्रस्तावित है। इसके पहले हम अस्थायी चौकी खोलने की कोशिश करेंगे। लूट की घटना में चोरी का केस दर्ज हुआ है तो ये मामला मैं दिखवाता हूं। जहां तक पुलिस पेट्रोलिंग की बात है, तो अभी मूवमेंट कम हो सकता है, क्योंकि हमारे पास संसाधनों की कमी है। सुपर कॉरिडोर पर कैमरों को लेकर भी प्रस्ताव दिया है। कैमरे जल्द लगेंगे।

अमित सिंह, एडिशनल पुलिस कमिश्नर

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