इंदौर के गांधी नगर क्षेत्र में मेट्रो की कंस्ट्रक्शन कंपनी के एक कर्मचारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की और ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए। ये भी कहा कि पूरा भारत एक रात में साफ हो जाएगा। एक आरोपी युवक की पहचान मोहम्मद जावेद पिता किताब अंसारी के रूप में हुई थी। उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।
मामले में श्री राजपूत करणी सेना की शिकायत पर गांधी नगर थाना पुलिस ने देश विरोधी गतिविधियों और पीएम पर अभद्र टिप्पणी करने को लेकर एफआईआर दर्ज की थी। पुलिस अन्य आरोपी की तलाश में बिहार गई है। पुलिस को मोहम्मद जावेद के पास से दो आधार कार्ड भी मिले हैं।
पुलिस को मिले थे दो आधार कार्ड।
पुलिस ने कराई आधार कार्ड की जांच
एसीपी रूबिना मिजवानी ने बताया कि आरोपी मोहम्मद जावेद के पास से दो आधार कार्ड मिले थे। इन आधार कार्ड की जांच कराई गई है। पोर्टल से इसकी डिटेल निकाली है। दोनों ही आधार कार्ड पर आधार नंबर एक ही है। मगर दोनों में जन्म दिनांक अलग-अलग है। इसे लेकर श्री राजपूत करणी सेना वालों का भी फोन आया था। उन्हें भी इस बात से अवगत करा दिया गया है कि आधार कार्ड की जांच कराई गई है। एक आधार कार्ड पुराना और दूसरा अपडेट किया हुआ है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो
सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में किचन में बैठे दो युवक नजर आ रहे हैं। इनमें से एक खाना बना रहा है और दूसरा तरबूज काट रहा है। एक युवक ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाता है, इसके बाद दूसरा युवक कहता है – भारत को एक रात में साफ कर देंगे। इसके बाद दोनों हंसने लगते हैं। जबकि तीसरा युवक वीडियो बना रहा था। ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। गुरुवार को श्री राजपूत करणी सेना के प्रदेश संगठन महामंत्री दिग्विजय सिंह ने थाने में शिकायत दी थी, जिसमें एक वीडियो के जरिए बताया गया कि जावेद ने पीएम मोदी को लेकर अभद्र भाषा का प्रयोग किया और पाकिस्तान समर्थित नारे लगाए थे।
करणी सेना के सदस्य पहुंच गए थे
करणी सेना के सदस्यों को जावेद के गांधी नगर स्थित कैंप में होने की जानकारी मिली। इसके बाद संगठन के कुछ कार्यकर्ता वहां पहुंचे और उसकी पिटाई कर दी। बाद में युवक को पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस के मुताबिक, जावेद मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़ी यूआरसी कैंप में काम करता है।
आरोपियों की तलाश में टीम बिहार रवाना
एसीपी ने बताया कि इस मामले से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस की एक टीम बिहार के लिए रवाना हुई है। जानकारी मिली है ये सभी युवक बिहार के रहने वाले हैं। जिस पप्पू श्रीवास नाम के कांट्रेक्टर के पास ये काम करते थे उसे भी पुलिस ने पकड़ा है। उससे भी पूछताछ की गई है।
600 कर्मचारियों का वेरिफिकेशन कराए
एसीपी रूबिना मिजवानी ने बताया कि यहां काम करने वाले अधिकतर मजदूर बिहार-पश्चिम बंगाल के हैं। करीब 60 कांट्रेक्टर हैं जिनके 600 मजदूर यहां पर अलग-अलग काम कर रहे हैं। सभी कांट्रेक्टर को पुलिस ने लेटर जारी कर दिया है। जिसमें उन्हें कहा गया है कि आठ दिन के अंदर वे अपने संबंधित थाने से सभी मजदूरों का वेरिफिकेशन कराकर हमें लाकर देंगे। आठ दिन बाद भी वेरिफिकेशन नहीं कराकर दिया जाता है तो इस मामले में आगे चर्चा कर उचित कदम उठाया जाएगा।